एससी/एसटी आरक्षण को लेकर बीते कई दिनों से मामला गर्म है। इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भी अपना रूख साफ कर दिया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तो साफ-साफ बता दिया है कि उनकी पार्टी नहीं चाहती कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाले समय में लागू हो। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर आरक्षण से समझौता करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा , ‘अब एससी-एसटी लोगों को क्रीमी लेयर कहकर आरक्षण से बाहर करना उनके लिए बड़ा झटका है। इससे पता चलता है कि भाजपा धीरे-धीरे आरक्षण खत्म करने की मंशा रखती है।’

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बीते शनिवार को एससी-एसटी आरक्षण को लेकर मीडिया से बात कर रहे थे। इस दौरान खड़गे ने कहा, ‘मैंने पढ़ा कि पीएम मोदी ने कहा है कि वे इसे (एससी के लिए आरक्षण) नहीं छुएंगे। तो इस पर उनको तुरंत कुछ करना चाहिए। आप संसद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को खारिज कर सकते थे और संसद में इस विधेयक को पेश कर सकते थे। आप कुछ घंटों में विधेयक बना सकते हैं। इसके लिए आपके पास 10 दिन बीत जाने के बावजूद समय नहीं है।’

केंद्र सरकार ने क्रीमीलेयर का मामला किया खारिज

बीते शुक्रवार को भाजपा के एससी और एसटी समुदाय से आने वाले सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करके सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अपनी राय रखी। इस मुलाकात के बाद केंद्र सरकार ने इस बात का ऐलान किया कि एससी-एसटी क्रीमीलेयर को लेकर सरकार कोई कदम नहीं उठाएगी। यानी एससी-एसटी आरक्षण में अभी क्रीमीलेयर लागू नहीं होगा। हालांकि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सब कैटेगरी वाले निर्णय पर चुप्पी साधे रखी। जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी पर हमला बोला है।

सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी में सब कैटेगरी बनाने का दिया था फैसला

बीते 1 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी के मामले को लेकर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए सब कैटेगरी करने की बात कही थी। कोर्ट का यह फैसला 6-1 के बहुमत से सुनाया था। जिसमें कहा गया था कि कम सुविधा पाने वाले कई ऐसी जातियां हैं जो अभी भी आरक्षण के बावजूद पीछे रह गए हैं उनको सब कैटेगरी के तहत आगे बढ़ाया जा सकता है। इसको लेकर एससी-एसटी कोटे से क्रीमीलेयर को समर्थन करने में 4 जजों ने समर्थन किया।