शिवसेना का चुनाव निशान एकनाथ शिंदे गुट को अलॉट करने के फैसले पर अब सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। उद्धव ठाकरे गुट की रिट पर सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच ने आज सुनवाई की। उद्धव की तरफ से पेश कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी दलीलें रखीं। उसके बाद सीजेआई की बेंच ने फैसला किया कि वो मामले तो सुनेंगे। उद्धव गुट के लिए ये एक बड़ी जीत है। उनके सांसद संजय राउत का आरोप है कि चुनाव आयोग ने भारी रकम लेकर शिवसेना का नाम और सिंबल एकनाथ शिंदे के हवाले किया। वो लगातार बोल रहे थे कि इंसाफ सुप्रीम कोर्ट से ही मिलेगा।
उद्धव और एकनाथ गुट के बीच शिवसेना पर वर्चस्व की चल रही लड़ाई
उद्धव और एकनाथ गुट के बीच शिवसेना पर वर्चस्व की लड़ाई तब से चल रही है जब कई विधायकों ने MVA सरकार से बगावत कर दी थी। मामला चुनाव आयोग के पास था। चुनाव आयोग ने अपने फैसले में माना कि शिवसेना का सिंबल एकनाथ शिंदे गुट को जाना चाहिए।
इस मुद्दे को लेकर जनसत्ता ऑनलाइन से बात करते हुए शिवसेना उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे पर हमारे पक्ष में फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट संविधान का संरक्षण करने और प्रजातंत्र पर लोगों का विश्वास बनाए रखने के लिए सबसे बड़ा कोर्ट है। वह लोगों के भरोसा का कायम रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिस तरह से चुनाव आयोग का फैसला आया है, जो खुद सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के खिलाफ है, उसका संज्ञान लेगा।
LIVE DEBATE: शिवसेना को कैसे बचाएंगे उद्धव ठाकरे, सुप्रीम कोर्ट में क्या होगी दलील
उन्होंने कहा कि संविधान कहता है कि राजनीतिक दल और विधायी दल दो अलग-अलग चीजे हैं। राजनीतिक दल तय करती है कि उसका विधानसभा में नेता कौन बनेगा, चीफ व्हिप कौन बनेगा। उसमें संगठन और चुने गये नेता होता है। लेजिस्लेटिव पार्टी को लेकर हमारा केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। बहुमत को लेकर अभी फैसला नहीं आया है और चुनाव आयोग ने बिना फैसला आए ही अपना फैसला सुना दिया। यह बिल्कुल गलत है।