चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रही सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय कमेटी ने क्लीन चिट दे दी है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय पैनल ने मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद पाया। जस्टिस एसए बोबड़े की अध्यक्षता वाली तीन जजों की कमेटी ने यौन उत्पीड़न की शिकायत को खारिज कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक बयान में कहा है, “आतंरिक समिति ने सुप्रीम कोर्ट की पूर्व कर्मचारी द्वारा 19 अप्रैल को दाखिल गए गए शिकायत में कोई तथ्य नहीं पाया।” मामले की जांच कर रही आतंरिक समिति ने अपनी रिपोर्ट 5 मई को ही वरिष्ठ जज के सामने पेश कर दी थी। साथ ही इसकी एक कॉपी जस्टिस रंजन गोगोई को भी सौंपी गई है।
सुप्रीम कोर्ट की एक पूर्व कर्मचारी ने चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की एक आंतरिक समिति का गठन किया गया था। गौरतलब है कि उस दौरान जस्टिस गोगोई ने इसे सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ एक साजिश बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि शिकायतकर्ता के पीछे कुछ बड़ी ताकतें खड़ीं हैं, जो सर्वोच्च न्यायालय को अस्थिर करना चाहती हैं।

