Punjab BJP State President Sunil Jakhar: पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। इस बात की जानकारी प्रदेश महासचिव अनिल सरीन ने दी। इससे पहले शुक्रवार सुबह कई मीडिया रिपोर्ट और टीवी चैनलों ने सुनील जाखड़ के इस्तीफे की खबर चलाई थी।

भाजपा के प्रदेश महासचिव अनिल सरीन ने कहा, ‘पंजाब भाजपा प्रमुख सुनील जाखड़ के इस्तीफे से संबंधित मीडिया रिपोर्ट झूठी और निराधार हैं। सुनील जाखड़ के नेतृत्व में भाजपा पंजाब में आगे बढ़ रही है। हम एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं और पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं। यह भ्रम प्रतिद्वंद्वी दलों द्वारा पैदा किया जा रहा है, क्योंकि वे भाजपा के बढ़ते ग्राफ से घबरा गए हैं। वे ऐसी झूठी खबरें फैलाना चाहते हैं और भ्रम पैदा करना चाहते हैं। मैं एक बार फिर स्पष्ट करना चाहूंगा कि पंजाब भाजपा प्रमुख सुनील जाखड़ ने इस्तीफा नहीं दिया है। यह झूठ और निराधार है।’

क्या बिट्टू को मंत्री बनाए जाने से नाराज हैं सुनील जाखड़?

बता दें, शुक्रवार सुबह कई मीडिया रिपोर्ट और टीवी चैनलों में यह दावा किया गया था कि सुनील जाखड़ ने पंजाब बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफ दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि बिट्टू को केंद्र में मंत्री बनाए जाने से जाखड़ नाराज थे। इसी वजह से उन्होंने पंजाब बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है।

मोदी सरकार ने किया स्टैंडिंग कमेटियों का गठन, रक्षा मामलों की समिति में राहुल गांधी को जगह

बता दें, इस साल लोकसभा चुनाव में भाजपा को कोई सीट नहीं मिली और पार्टी जालंधर उपचुनाव भी हार गई। मई 2022 में भाजपा में शामिल होने से पहले जाखड़ ने कांग्रेस में रहते हुए एक नहीं बल्कि कई बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने 2019 में गुरदासपुर लोकसभा चुनाव में अभिनेता सनी देओल से हारने के बाद पीपीसीसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। उस समय कांग्रेस ने इसे स्वीकार नहीं किया था।

जाखड़ अबोहर से दो बार विधायक और एक बार गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं। जाखड़ ने 2021 तक चार साल तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में भी काम किया था। पठानकोट निर्वाचन क्षेत्र से विधायक अश्वनी शर्मा 2010 से 13 और 2019 से अब तक दो बार प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।