मोदी सरकार की नीतियों की लगातार आलोचना करने वाले भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर मोर्चा खोला है। भाजपा सांसद ने पीएम नरेंद्र मोदी के एक बयान को लेकर उन पर तंज किया है। साथ ही सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि ‘ना कोई आया’, कभी चीन को ये कहकर वाकओवर देने वाले पीएम मोदी पुतिन की पहल पर अब शी जिनपिंग से मिलने वाले हैं।
गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़क देखने को मिली थी। इसको लेकर विपक्ष लगातार पीएम मोदी पर निशाना साध रहा था। तब, इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी और उस दौरान कहा था कि न वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम मोदी के ‘हमारी सीमा में कोई नहीं आया’ वाले बयान को लेकर ही उन पर तंज किया है। चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 15 जगहों के लिए चीनी अक्षरों, तिब्बती और रोमन वर्णमाला के नामों की घोषणा की है। इसको लेकर भी स्वामी ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है, ”अरुणाचल में चीन का कब्जा।”
वहीं, अरुणाचल प्रदेश के 15 स्थानों का नाम बदलने की चीन की हिमाकत पर भारत ने पलटवार किया है। भारत की ओर से कहा गया है कि कहा है कि राज्य हमेशा भारत का हिस्सा रहा है और हमेशा रहेगा। भारत ने कहा है कि जगहों के नाम बदलने से या नए नाम रख देने से तथ्य नहीं बदलेगा।
इसके पहले, सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाया था और ट्वीट कर कहा था, “अगर भारत हिंद महासागर के लिए लंबे समय के लिए सहयोगी चाहता है तो उसको श्रीलंका की राजपक्षे सरकार को अभी 10 अरब डॉलर का लोन देना चाहिए। अन्यथा चीन को एक और कनिष्ठ साझेदार मिलने का सामना करना पड़ेगा। मोदी सरकार कई विदेश नीति के मुद्दों में विफल रही है। श्रीलंका को दूसरा न बनने दें।”