बुधवार को मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल के संसद परिसर में किसी ने उन्हें बताया कि वह डॉन की तरह लग रहे हैं। इस पर एसपी बघेल ने संसद के गेट पर कुछ साथी सांसदों से एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। बघेल ने बताया कि कैसे लुक की वजह से उन्हें और तेलुगु अभिनेता से नेता बने चिरंजीवी सांसद को काफी मिलता जुलता मानते थे।
उन्होंने कहा कि एक दिन चिरंजीवी मुझको अपने साथ एक दूसरे सांसद के आवास पर डिनर के लिए ले गये। वहां उन्होंने मेजबान को मेरे बारे में बताया कि हम जु़ड़वा हैं। हैरत तो यह मेजबान सांसद ने ऐसा मान भी लिया कि चिरंजीवी और बघेल जुड़वा हैं। दरअसल दोनों का चेहरा आपस में काफी मिलता भी है।
इस दौरान चिरंजीवी ने बघेल को कुछ ना बोलने के लिए कहा था। बघेल ने कहा कि मेजबान सांसद के घर वो चुपचाप बैठे रहे। उन्होंने कहा कि जब तक वो चुप रहे, मेजबान सांसद ने को यकीन रहा कि दोनों जुड़वा हैं।
एसपी बघेल का राजनीतिक जीवन: बता दें कि एसपी सिंह बघेल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत सपा के साथ की थी। इसके पहले वो यूपी की पुलिस सेवा में सब इंस्पेक्टर रहे। सपा के बाद उन्होंने बसपा का भी दामन थामा था लेकिन 2014 से बीजेपी में हैं। बघेल को मुलायम सिंह यादव का कभी करीबी माना जाता था। यूपी पुलिस सेवा के दौरान 1989 में जब मुलायम सिंह यादव यूपी के सीएम बने तब उनकी सुरक्षा में बघेल को शामिल किया गया था। यहीं से उनकी नजदीकियां सपा से बढ़ने लगी।
वो यूपी में सपा सरकार में भी मंत्री रहे। सपा, बसपा से भी बघेल सांसद रह चुके हैं। सत्य पाल बघेल दो बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा सदस्य रहे हैं।
एसपी सिंह बघेल पहली बार 1998 में विधायक बने और मुलायम सिंह सरकार में मंत्री पद हासिल किया। लेकिन सपा के साथ उनका याराना 2004 में सांसद रहने के दौरान टूट गया। गौरतलब है कि बघेल को भाजपा ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ करहल विधानसभा सीट से उतारा लेकिन वो जीत न सके।