कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर पार्टी के ही वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यात्रा ऐसे समय में शुरू की जा रही जब पंचक लगा हुआ है। यात्रा के लिए यह ‘अशुभ काल’ है। उन्होंने पार्टी के उन नेताओं पर भी सवाल उठाया जो अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के मुहूर्त को लेकर बयान दे रहे थे। आचार्य प्रमोद कृष्णम बोले कि जिन लोगों को मुहूर्त की जानकारी नहीं है, वे लोग भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा पर बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राम
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा- 18 जनवरी तक रहेगा ‘पंचक’
प्रमोद कृष्णम ने कहा, ”पार्टी के जो नेता राम मंदिर के ‘मुहूर्त’ पर सवाल उठा रहे थे और विश्लेषण कर रहे थे, उन्हें कम से कम यह तो पता होना चाहिए था कि कि शास्त्रों के अनुसार, ‘पंचक’ शुरू हो गया है और यह 18 जनवरी तक रहेगा। ‘पंचक’ के इन पांच दिनों के दौरान कोई भी अच्छा काम शुरू नहीं किया जाता है। और इस अवधि के दौरान यह यात्रा शुरू की जा रही है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वह इस यात्रा और राहुल गांधी को अपना आशीर्वाद दें।”
वरिष्ठ नेता ने पार्टी के रवैये पर जताई निराशा
हाल ही में प्रमोद कृष्णम ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के न्योता को ठुकराने पर भी पार्टी की आलोचना की थी। उन्होंने इसे गलत बताते हुए पार्टी के रुख पर ही एतराज जताया था। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर में भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में पार्टी नेता सोनिया गांधी समेत कई वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया था और वहां जाना चाहिए था।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस पार्टी के इस फ़ैसले को दुखद बताया था। उन्होंने कहा था, “भगवान राम सबके हैं, मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने का ये फ़ैसला बेहद दुखद है। कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं जिन्होंने ऐसा फ़ैसला कराने में अहम भूमिका निभाई है, इस फ़ैसले से पार्टी के कार्यकर्ताओं का दिल टूट गया है।”
प्रमोद कृष्णम ने कहा, “कांग्रेस वो पार्टी है जो महात्मा गांधी के रास्ते पर चलती है, कांग्रेस वो पार्टी है जिसके नेता राजीव गांधी ने ही इस राम मंदिर का शिलान्यास, इस मंदिर के ताले खुलवाने का काम किया था। भगवान श्री राम मंदिर के निमंत्रण को स्वीकार न करना ये बहुत दुखद और पीड़ादायक है।”