अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए कई विशिष्ट लोगों को निमंत्रण भेजा गया है। इसमें कुछ राजनीतिक दलों के नेता भी हैं। कई नेताओं ने इस समारोह में शामिल होने का अवसर मिलने पर खुशी जताई है। कई ऐसे नेता भी हैं, जो मीडिया के सामने यह कह रहे हैं कि उन्हें निमंत्रण मिलेगा तो वे जरूर शामिल होंगे। वहीं दूसरी तरफ कुछ अन्य नेता भी हैं, जिन्हें न तो निमंत्रण मिला है और न ही उनको बुलाए जाने की संभावना है। इस बीच सीपीएम नेता वृंदा करात ने कार्यक्रम में शामिल होने से साफ तौर पर मना कर दिया है।
सीपीएम नेता ने कहा- धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी अयोध्या में राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में शामिल नहीं होगी। हम धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं, लेकिन वे एक धार्मिक कार्यक्रम को राजनीति से जोड़ रहे हैं। यह एक धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण है। यह सही नहीं हैं।” दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी का कहना है, “…सभी को निमंत्रण भेज दिया गया है। जिन्हें भगवान राम ने बुलाया है वे ही राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या पहुंचेंगे।”
समारोह में साधु-संतों समेत 6 हजार से ज्यादा लोग पहुंचेंगे
हालांकि राम मंदिर ट्रस्ट पहले ही कह चुका है कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में बहुत गिने-चुने दलों और उनके नेताओं को ही बुलाया जाएगा। जिन दलों को निमंत्रण भेजा भी जा रहा है, वे पार्टी के टॉप लीडर हैं। समारोह की सभी तैयारियां तेजी से की जा रही है। इस समारोह में 6 हजार से ज्यादा लोग शामिल होंगे। भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा पीएम नरेंद्र मोदी जी हाथों से कराई जाएगी। विशिष्ट लोगों के आने की वजह से अयोध्या तगड़ी सुरक्षा-व्यवस्था भी की जा रही है। ऐसे में आम लोगों को इस समारोह को टेलीविजन पर ही लाइव देखने को कहा गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को खास तौर पर निर्देश दिया है कि प्राण-प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में कोई भी होटल या धर्मशाला में आम लोग नहीं ठहरेंगे। जिनकी बुकिंग पहले से है, उन्हें भी कैंसिल करने को कहा गया है।
इस समय विभिन्न परंपराओं के श्रद्धेय संतों के अलावा अलग-अलग क्षेत्रों में देश का सम्मान बढ़ाने वाले सभी प्रमुख व्यक्तियों को निमंत्रण दिया गया है। ट्रस्ट ने कहा है कि नए तीर्थक्षेत्र पुरम (बाग बिजैसी) में एक ‘टेंट सिटी’ स्थापित की गई है जिसमें 6 ट्यूबवेल, 6 रसोई घर और 10 बिस्तरों वाला एक अस्पताल बनाया गया है। देश भर से लगभग 150 चिकित्सक इस अस्पताल में बारी-बारी से अपनी सेवाएं प्रदान करने के लिए सहमत हुए हैं। ट्रस्ट ने कहा है कि समारोह में भाग लेने के लिए विभिन्न संप्रदायों के लगभग 4,000 संतों को आमंत्रित किया गया है।