इन दिनों राजनीतिक गलियारों में हाशिए पर चल रहे पूर्व कद्दावर नेता अमर सिंह अक्सर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों में दिखाई देते हैं। जिससे इस बात बल मिल रहे हैं कि पूर्व सपा नेता अमर सिंह भाजपा के खेमे में घुसने की कोशिशों में लगे हैं! बता दें कि अमर सिंह रविवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भी मौजूद थे। जहां पर पीएम मोदी ने 81 निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। इस दौरान अमर सिंह भगवा कुर्ता पहने अगली पंक्ति में बैठे नजर आए थे। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान अमर सिंह का जिक्र भी किया और अमर सिंह का नाम लेकर पुरानी सरकारों के दौरान पर्दे के पीछे होने वाली कॉरपोरेट लॉबिंग पर निशाना भी साधा।
बता दें कि पूर्व राज्यसभा सांसद अमर सिंह कई मौकों पर पीएम मोदी और उनकी सरकार की नीतियों की तारीफ कर चुके हैं। हाल ही में जब अमर सिंह से भाजपा में शामिल होने के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि ‘भाजपा एक बड़ी राजनैतिक पार्टी है और मैं ये नहीं कह रहा हूं कि यदि मुझे मौका मिला तो मैं भाजपा में शामिल नहीं होऊंगा, लेकिन कौन मुझे मौका देगा?’ इससे पहले अमर सिंह नोटबंदी के मुद्दे पर भी पीएम मोदी की तारीफ कर चुके हैं। बीते सप्ताह ही अमर सिंह ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। जिसके बाद ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि अमर सिंह जल्द ही भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। हालांकि दोनों ही नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई इसका पता नहीं चल सका।
Very sharp retort by PM @narendramodi , in a speech in Lucknow, on allegations of crony capitalism. Buckle up for more turbulence folks. pic.twitter.com/FyISdGE2wt
— Nistula Hebbar (@nistula) July 29, 2018
मोदी सरकार को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बताते हुए अमर सिंह ने पीएम मोदी की तारीफ में कहा था कि उनका कोई परिवार नहीं है और ना ही कोई संतान और उनकी राजनीति राजशाही भी नहीं है। वहीं दूसरी तरफ मोतीलाल नेहरु, जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी आदि की राजशाही राजनीति है। बीते दिनों जब पूर्व सपा नेता नरेश अग्रवाल ने सपा छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी तो उस वक्त भी अमर सिंह ने भाजपा में शामिल ना होने पर अपनी निराशा जाहिर की थी। उल्लेखनीय है कि अमर सिंह को सपा में अखिलेश यादव के विरोध के चलते पार्टी छोड़नी पड़ी थी। यही वजह है कि अमर सिंह अखिलेश यादव पर यदा-कदा निशाना साधते रहते हैं।
