जहां एक ओर बीते महीने आए परिणामों में बीजेपी को ज्यादातर राज्यों में जीत मिली थी, तो वहीं शुक्रवार को आए उत्तर प्रदेश के विधानसभा परिषद के चुनावी परिणामों में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। जी हां, यूपी में राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राज्यसभा की वोटिंग से ठीक पहले बीजेपी को विधान परिषद चुनाव में करारा झटका लगा है। बीजेपी के दो उम्मीदवारों में से एक उम्मीदवार चुनाव हार गया। बीजेपी के 41 विधायक हैं, जिनमें से एक बागी हो चुके हैं, दूसरे दलों से 12 वोट मिलने के बाद भी बीजेपी के एक उम्मीदवार भूपेंद्र चौधरी ही चुनाव जीत पाए, बीजेपी के दूसरे उम्मीदवार दयाशंकर सिंह 23 वोट पाकर छह वोटों से हार गए। जबकि सपा के सभी आठ, बीएसपी के सभी तीन और कांग्रेस के इकलौते उम्मीदवार दीपक सिंह ने चुनाव में जीत दर्ज की।
शुक्रवार को हुए विधान परिषद की 13 सीटों के लिए विधानसभा में हुई वोटिंग के परिणाम इसी दिन की शाम को ही घोषित कर दिए गए। इसमें बसपा के तीनों प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। बसपा के दिनेश चंद्र, अतर सिंह, सुरेश कश्यप ने प्रथम वरीयता में विजय प्राप्त की है। लेकिन भाजपा के अतिरिक्त उम्मीदवार दया शंकर सिंह चुनाव हार गए है। इस चुनाव में सबसे शानदार प्रदर्शन किया बीएसपी ने किया, जिसके तीनों उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। दो विधायकों की बगावत के बाद भी बीएसपी उम्मीदवार को 91 वोट मिले। उसके पक्ष में दूसरी पार्टियों के 13 विधायकों ने क्रास वोटिंग कर शानदर प्रदर्शन किया। हालांकि बीएसपी के बाद सबसे ज्यादा क्रॉस वटिंग बीजेपी के लिए हुई लेकिम फिर भी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव हार गए। क्रॉस वोटिंग में कांग्रेस के तीन और समाजवादी पार्टी के 8 विधायकों ने जीत दर्ज की है। गौरतलब है कि यूपी में शनिवार को राज्यसभा चुनाव की भी वोटिंग होनी है, ऐसे में ये क्रॉस वोटिंग पार्टियों के समीकरण भी बिगाड़ सकती है।
आपको बता दें कि यूपी विधानसभा में एसपी के कुल 229 विधायक हैं और पार्टी की ओर से कुल 8 उम्मीदवार मैदान में उतारा गया था। ये सभी उम्मीदवार यशवंत सिंह, बुक्कल नवाब, राम सुंदर दास, बलराम यादव, जगजीवन प्रसाद, शत्रुघ्न प्रकाश, कमलेश पाठक और रणविजय चुनाव जीत गए। बीएसपी के 80 विधायक हैं, इनमें से दो नेता बागी हो गए फिर भी बीएसपी उम्मीदवार अतर सिंह राव, दिनेश चंद्र और सुरेश कश्यप चुनाव जीत गए। दो विधायकों की बगावत के बाद भी बीएसपी उम्मीदवारों को 91 वोट मिले यानी दूसरे दलों के 13 विधायकों ने बीएसपी को वोट किया।