लोकसभा में आज समाजवादी पार्टी, जदयू, राजद, तृणमूल सदस्यों ने सरकार पर विदेशों में जमा कालाधन को वापस लाने के चुनावी वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब देने की मांग की और उनसे कोई जवाब नहीं मिलने पर समाजवादी पार्टी, जदयू, राजद सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। तृणमूल सदस्यों ने हालांकि बाद में कार्यवाही में हिस्सा लिया।
सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर समाजवादी पार्टी, जदयू, राजद, तृणमूल सदस्य विदेशों में जमा कालाधन को वापस लाने के चुनावी वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और ‘प्रधानमंत्री वादा पूरा करो’ का नारा लगाने लगे। कांग्रेस सदस्य अपने स्थान से ही इस विषय को उठाते देखे गए।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने अपने स्थान पर जाने का अनुरोध किया और कहा कि वह मुलायम सिंह यादव को शून्यकाल में अपनी बात रखने का मौका देंगी। लेकिन सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा। हंगामें के दौरान ही अध्यक्ष ने कार्यवाही जारी रखी और सदस्यों के प्रश्नों को लिया।
कुछ देर बाद अध्यक्ष ने मुलायम सिंह यादव को अपनी बात रखने को कहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मुलायम ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि किसानों का ऋण माफ किया जायेगा। चीन और पाकिस्तान के कब्जे वाली जमीन वापस ली जायेगी। और वादे भी किये गए थे लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को नौकरी देने का भी वादा किया गया था। कोई एक काम करके तो दिखाएं। प्रधानमंत्रीजी मौजूद है, कोई संतोषजनक जवाब तो दे दें।
संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि मुलायम सिंह जी अनुभवी नेता है, खुद भी मुख्यमंत्री रहे हैं। वादा किया है तो निभायेंगे भी। सरकार अच्छा काम कर रही है। सराहना हो रही है।
संसदीय कार्य मंत्री की टिप्पणी के बाद सपा, जदयू, राजद सदस्य एक बार फिर अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और नारेबाजी करने लगे। कुछ देर वाद मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में सपा, राजद और जदयू सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चली। प्रश्नों को लिया गया और मंत्रियों ने सदस्यों के सवालों का जवाब भी दिया।