महाराष्ट्र विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक अबु आसिम आजमी को निलंबित कर दिया गया है। अबु आसिम आजमी ने औरंगजेब को लेकर बयान दिया था और मुगल शासक की तारीफ की थी। हालांकि बाद में अबु आजमी ने माफी भी मांग ली थी। लेकिन यह विवाद काफी तूल पकड़ रहा था। अबु आजमी ने औरंगजेब का समर्थन किया था और उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था।

विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने दिया आदेश

शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अबु आजमी के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। अबु आजमी के भड़काऊ बयान और FIR को मुद्दा बनाकर उनके निलंबन का प्रस्ताव शिवसेना ने मंगलवार को विधानसभा स्पीकर को दिया था। बीजेपी के कुछ विधायकों ने भी बुधवार को अबु आजमी को निलंबित करने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने प्रस्ताव को मंजूर कर लिया और अबु आजमी को बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया।

शिवसेना के लोकसभा सांसद नरेश म्हास्के की शिकायत पर अबु आजमी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के प्रयास के आरोप मुकदमा दर्ज किया गया था। यह मुकदमा ठाणे में दर्ज किया गया था। वहीं मुंबई में भी शिवसेना के नेताओं ने अबु आजमी के खिलाफ दो शिकायत दर्ज कराई थी।

‘औरंगजेब ने मंदिर बनवाए’ बोलने वाले सपा नेता अबू आजमी पर केस दर्ज

अबू आजमी ने अपने बयान में औरंगजेब को भारत के विकास के साथ जोड़ दिया था। उन्होंने कहा था, “जब औरंगजेब मुगल शासक थे, भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा तक फैली थी, उस समय देश की जीडीपी भी 24 फीसदी थी, भारत सोने की चिड़िया हुआ करता था।” हालांकि जब विवाद बढ़ा तो सपा नेता ने अपील की कि इस मुद्दे को हिंदू-मुस्लिम का एंगल नहीं देना चाहिए। उन्होंने दावा कर दिया है कि लोगों को सही इतिहास नहीं बताया जा रहा।

आजमी ने मांगी माफी

वहीं जब मामला बढ़ा तो अबु आजमी ने सफाई दी और कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर दिखाया गया है। अबु आजमी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया और कहा कि अगर उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं अपने शब्द और बयान को वापस लेता हूं।