2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से मुकाबला करने के लिए विपक्ष के तमाम दलों की आपसी एकता के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। कई दलों के नेता इस पर कई-कई बार बैठक और चर्चा कर चुके हैं, लेकिन यह विपक्षी एकता कैसी होगी और यह कितना एकजुट रख पाएगी, इसका जवाब कोई नहीं दे पा रहा है। इस बीच समाजवादी पार्टी (एसपी) के मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि देशवासी सत्ता में बदलाव चाहते हैं, लेकिन वह इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिये कि क्या भाजपा से मुकाबला करने के लिए उनका दल विपक्ष के साझा गठबंधन का हिस्सा बनेगा। अखिलेश यादव मध्य प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को इंदौर पहुंचे तो मीडिया ने उनसे यह सवाल पूछा।
नीतीश-तेजस्वी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन की मुलाकात के बाद यह बात कही
अखिलेश यादव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके डिप्टी तेजस्वी यादव के कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के एक दिन बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे, जिन्होंने इस पहल को “ऐतिहासिक” बताया था। बैठक का महत्व इसलिए था क्योंकि इसे कुछ क्षेत्रीय दलों के बीच मतभेदों के बावजूद अगले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता को मजबूत करने और इसे आगे ले जाने के पहले बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है।
बोले- यूपी की जनता भाजपा को हरा देगी
पत्रकारों के इस सवाल के जवाब में कि क्या उनकी पार्टी विपक्षी गठबंधन में शामिल होगी, यादव ने सीधा जवाब देने से परहेज किया और कहा, “यह एक बड़ा सवाल है। आप इसे (महागठबंधन को) क्या नाम दे रहे हैं? लेकिन मैं एक बात जानता हूं कि लोग उत्तर प्रदेश भाजपा को हरा देंगे।” उन्होंने कहा कि देश की जनता सत्ता परिवर्तन चाहती है।
पिछले महीने अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद सपा प्रमुख ने कहा था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में विपक्षी गठबंधन बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। यादव ने 17 मार्च को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) और यादव के नेतृत्व वाली सपा दोनों ने कहा था कि दोनों पार्टियां कांग्रेस और भाजपा दोनों से दूर रहेंगी और 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले अन्य क्षेत्रीय खिलाड़ियों के साथ संभावित बातचीत का संकेत दिया था।
यादव ने 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान टीएमसी को अपनी पार्टी का समर्थन दिया था, जिसे बनर्जी ने उस राज्य में 2022 के चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में टीएमसी के लिए प्रचार किया था। यादव शुक्रवार को इंदौर जिले से करीब 25 किलोमीटर दूर महू तहसील में डॉ बी.आर. अंबेडकर की जन्मस्थली का दौरा करने वाले हैं। कल संविधान निर्माता की जयंती है।
