स्थानीय स्तर पर भाजपा नेताओं के बीच कलह की खबरें प्रकाश में आने पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसमें दखल दिया है। उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि जब प्रोटोकॉल के तहत मंच पर पार्टी नेताओं को जगह देने की बात आए, तो विवाद ना हो। साथ ही कहा गया कि पार्टी को आंतरिक मामलों को मीडिया में सार्वजनिक ना किया जाए। दरअसल हाल में वरिष्ठ नेताओं को कार्यकर्ताओं और पार्षदों के बीच झड़पों के खबरें मिलीं। इसमें एक कार्यक्रम के दौरान एक विशेष नेता को मंच पर प्रर्याप्त सुर्खियां ना मिलने का मामला भी शामिल है। पार्टी को ऐसी घटनाओं की जानकारी द्वारका राजेंद्र नगर, गोकुलपुरी और किराड़ी से पिछले दो सप्ताह के भीतर मिली हैं।
मामले में वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि वो ऐसी घटनाओं से आहत हैं और शिकायती पत्र मीडिया में लीक होने से पार्टी खासी निराश है। दिल्ली ईकाई के भाजपा इंचार्ज श्याम जाजू ने कहा, ‘जब परिवार में इतने सदस्यों के साथ एक बड़ी पार्टी होगी, तो मतभेद होंगे लेकिन मुद्दों को सुलझाया जा रहा है।’ इसी बीच हाल में हुई एक मीटिंग में भाजपा के वरिष्ठ नेता चेताया कि ऐसा घटनाओं से ना सिर्फ पार्टी को छवि नुकसान पहुंचता है बल्कि प्रमुख मुद्दों से भी पार्टी का ध्यान भटकता है।
एक नेता ने बताया, ‘पार्टी ने 22 अनधिकृत कॉलोनियों में प्रोग्राम आयोजित किए मगर लोग सिर्फ नेताओं के आपसी टकराव पर ही बात करते रहे।’ ऐसा ही एक आउटरीच प्रोग्राम 29 सितंबर को होने वाला था मगर पार्टी ने एक ब्रेक लेने का फैसला किया। इससे पहले भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने अपनी दिल्ली इकाई को निर्देश दिया कि वो एक सर्वे करें ताकि अनधिकृत कॉलोनियों के लोगों का फीडबैक लिया जा सके। ये सर्वे 22 सितंबर को होना था।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगले चरण में आउटरीच प्रोग्राम करने से पहले उन्हें उन लोगों की जानकारी मुहैया कराई जानी चाहिए जिनकी तस्वीरें पार्टी बैनर पर लगाई जाएंगी। इसी तरह किस नेता को मंच पर कौन सी सीट मिलेगी, यह भी मालूम हो।