कर्नाटक के मुख्यमंत्री के लिए सिद्धारमैया का नाम फाइनल हो गया है। बुधवार (17 मई, 2023) को देर रात चली बैठकों और विचार-विमर्श के बाद पार्टी हाईकमान ने सिद्धारमैया को सीएम और डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया है। इस बीच खबर है कि इतने दिनों से मुख्यमंत्री पद के लिए अड़े शिवकुमार को नंबर 2 पॉजिशन के लिए मनाने में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अहम भूमिका निभाई है।
एनडीटीवी की एक खबर के मुताबिक, पार्टी में पिछले 5 दिनों से चल रहे गतिरोध को खत्म करने के लिए सोनिया गांधी ने कल शाम शिवकुमार से मुलाकात की थी और इसके बाद वह डिप्टी सीएम पर सहमत हो गए। रिपोर्ट के मुताबिक, शिवकुमार के करीबी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने त्याग करने का फैसला किया और पार्टी के हित में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री बनने पर सहमत हुए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे से भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस मुद्दे पर चर्चा की थी। इसमें पार्टी के संगठन महासचिव वेणुगोपाल और कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी सुरजेवाला भी शामिल हुए थे। इस मीटिंग के बारे में सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार को भी जानकारी दी गई थी।
हालांकि, डी के शिवकुमार ने इससे इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उनकी सिर्फ राहुल गांधी से मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे में सोनिया गांधी और गांधी परिवार को नहीं लाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं राहुल गांधी से मिला, मल्लिकार्जुन खड़गे से मिला, मैं एआईसीसी (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) के पदाधिकारियों से मिला बस।”
के.सी. वेणुगोपाल ने आज घोषणा की कि शिवकुमार उपमुख्यमंत्री होने के साथ अगले लोकसभा चुनाव तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर भी बने रहेंगे। कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि 20 मई को बेंगलुरु में शपथग्रहण होगा। सिद्धरमैया और शिवकुमार के साथ कई और मंत्री भी शपथ लेंगे।
शनिवार को सिद्धारमैया एक बार फिर कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। 2013 में वह पहली बार मुख्यमंत्री बने थे और अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। हालांकि, 2018 में जनता दल (सेक्यूलर) और कांग्रेस की गठबंधन की सरकार बनने पर उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि उस वक्त जेडी(एस) के एच डी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे।
कर्नाटक में विधायक दल का नेता चुनने के लिए पिछले 5 दिनों से कांग्रेस में गहन मंथन का दौर जारी था। सिद्धरमैया और डी.के. शिवकुमार ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ अलग अलग मुलाकात की थी। फिर बुधवार रात शिवकुमार ने सुरजेवाला के आवास पर मुलाकात की और इसके बाद खड़गे के आवास पर वेणुगोपाल और सुरजेवाला ने उनसे चर्चा की। इसके बाद वेणुगोपाल के आवास पर फिर से विचार विमर्श का दौर चला।
मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बने संशय के बीच पार्टी ने बुधवार को अपने नेताओं को बयानबाजी से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा था कि अगर वे ऐसा करते हैं तो इसे अनुशासनहीनता माना जाएगा और कार्रवाई की जाएगी। कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों के लिए 10 मई को चुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस ने 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि भाजपा, जेडी(एस) ने 66 और 19 सीटें जीतीं।