तेंदुए ने अदालत के अंदर मौजूद लोगों पर हमला कर दिया। हमले और भगदड़ के कारण छह लोग जख्मी हुए हैं। तेंदुआ कोर्ट परिसर में लगी लिफ्ट में जा घुसा था। वकीलों और पैरवी में पहुंचे अन्य लोगों ने खुद को बंद कर जान बचाई।

पुलिस और वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए चार घंटे तक संयुक्त अभियान चलाया और उसे अंतत: पकड़ लिया गया। तेंदुए के भूतल पर आने पर पुलिस और वन अधिकारियों ने स्थिति संभाली और बड़ा पिंजरा लगाकर उसे पकड़ा। वन अधिकारियों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए मेरठ से विशेषज्ञों को बुलाया था। वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि तेंदुए को पकड़ लिया गया है।

कचहरी से लगे वाणिज्य कर और कलेक्ट्रेट में लोगों ने खुद को अंदर बंद कर लिया। सूचना पर वन विभाग की टीम और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है। बुधवार शाम करीब चार बजे तेंदुआ अदालत परिसर में घुसा और उसने लोगों पर हमला शुरू कर दिया। तेंदुए के हमले में एक व्यक्ति महिला और एक वकील समेत छह लोग घायल हो गए हैं। घायलों को एंबुलेंस से संयुक्त जिला चिकित्सालय और सर्वोदय अस्पताल पहुंचाया गया है। घायलों में पुलिसकर्मी भी बताए जा रहे हैं।

तेंदुए के हमले के बाद अदालत परिसर में भगदड़ की स्थिति बन गई और पूरा परिसर खाली हो गया। इतना ही नहीं अदालतों के दरवाजे एवं वकीलों के चैंबर भी सुरक्षा कारणों से बंद कर दिए गए। आसपास के क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति थी। कचहरी परिसर में घुसे तेंदुए का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा हो रहा था। बताया गया कि घायलों में एक होटल के मालिक नमन ओझा और एक सरकारी अधिवक्ता भी शामिल हैं। तेंदुए के घुसने की सूचना पर कलेक्ट्रेट और विकास भवन के कर्मचारियों में भी हड़कंप मच गया था।