त्रिपुरा के धलाई (Dhalai) जिले में गंडा ट्विसा (Ganda Twisa) सब डिविजन के कई इलाकों में शुक्रवार शाम को एक आदिवासी युवक की मौत के बाद तनाव फैल गया। कुछ दुकानें जला दी गईं और कुछ घर क्षतिग्रस्त कर दिए गए। इसके बाद वहां धारा 144 लगा दी गई। सूत्रों ने कहा कि जब पुलिस उपद्रवियों के पास पहुंचने और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, तब कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस पर ईंट फेंकना शुरू कर दिया।

इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम से बात करते हुए धलाई के जिला मजिस्ट्रेट साजू वहीद (Saju Waheed) ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शांति बैठकें आयोजित की जा रही हैं।

वहीद ने कहा, “पांच दिन पहले दो स्थानीय लड़कों के बीच कुछ कहासुनी हुई थी, जिसमें एक लड़का घायल हो गया था। घायल लड़के की शुक्रवार को अगरतला के एक अस्पताल में मौत हो गई और उसके बाद इलाके में तनाव फैल गया। हमने कल से 2-3 दिनों के लिए गंडा ट्विसा उप-विभाग में धारा 144 लागू कर दी है और शांति बैठकें की हैं।”

युवक पर पांच दिन पहले मेले में हुआ था हमला

इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम से बात करते हुए, त्रिपुरा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि युवक परमेश्वर दास स्वदेशी रियांग समुदाय से था और पांच दिन पहले गंडा ट्विसा में ‘अनोंडो मेला’ नामक एक स्थानीय कार्यक्र में हुई झड़प के बाद घायल हो गया था।

अधिकारी ने कहा, “शुक्रवार को अगरतला के जीबीपी अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। धलाई जिले में उनके आवास पर उनका शव पहुंचने के बाद गंडा ट्विसा के कुछ इलाकों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई।” विभिन्न समुदायों के बीच तनाव के बीच दास का शव शुक्रवार शाम को गंडा ट्विसा ले जाया गया। धलाई जिले के पुलिस अधीक्षक ने भी शुक्रवार देर रात इलाके का दौरा किया।

उपद्रवग्रस्त इलाके में पुलिस ने डाला डेरा

त्रिपुरा पुलिस ने सोशल मीडिया पर कहा, “एक अप्रिय घटना हुई है, जिसके परिणामस्वरूप एक युवक की मौत हो गई है, इस घटना का इस्तेमाल कुछ असामाजिकतत्व नफरत फैलाने और आगजनी और लूटपाट जैसे अपराध करने के लिए कर रहे हैं। त्रिपुरा के सभी नागरिकों को सूचित किया जाता है कि सभी वरिष्ठ अधिकारी पर्याप्त सुरक्षा बलों के साथ गंदा ट्विसा में डेरा डाले हुए हैं और गश्त कर रहे हैं और स्थिति नियंत्रण में है।”

पुलिस ने कहा कि गंदा ट्विसा उप-विभाग में और उसके आसपास पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पुलिस ने कहा, “कृपया पोस्ट करने, शेयर करने या किसी भी सांप्रदायिक भावना को व्यक्त करने से बचें क्योंकि यह बीएनएस और आईटी अधिनियम के तहत अपराध होगा, किसी भी तरह की उपद्रव से सख्ती से निपटा जाएगा।”

त्रिपुरा में शुक्रवार की रात हिंसा फैलने और भारी बवाल होने से से स्थितियां खराब हो गई हैं। राज्य के गंडाचेरा में एक आदिवासी युवक की मौत के बाद उपद्रवियों ने कई दुकानों पर आग लगा दी। त्रिपुरा के गंडाचेरा में आपसी विवाद में दो समूहों के बीच मारपीट और झड़प की वजह से कुछ लोग उपद्रव पर उतारू हो गये। उपद्रवियों ने कई दुकानों पर आग लगा दी।

मीडिया सूत्रों में कहा गया है कि इलाके में एक आदिवासी युवक की मौत के बाद हालात बेकाबू हो गये। पुलिस को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए धारा 144 लगानी पड़ी। जिला प्रशासन ने मौके पर सीआरपीएफ और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के जवानों को तैनात किया है। जिस युवक की मौत हुई है, उसकी कुछ दिन पहले स्थानीय एक मेले में पिटाई कर दी गई थी। इससे वह बुरी तरह घायल हो गया था। शुक्रवार को अस्पताल में उसकी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि उसकी मौत के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।