ग्लोबल हैप्पिनेस इंडेक्स 2022 में भारत को 140वां स्थान मिला है। इस सूची में भारत नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान से भी पीछे है। गौरतलब है कि दक्षिण एशिया इंडेक्स की इस सूची को लेकर सीपीआई (एम) के नेता सीताराम येचुरी ने एक ट्वीट में कहा कि है भूख, गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई खुशियां छीन रही है।

साल 2022 के लिए जारी किए गए ग्लोबल हैप्पीनेस इंडेक्स रैंकिंग में पाकिस्तान 67, भूटान 95, नेपाल 100, बांग्लादेश 125, श्रीलंका 130 और भारत का 140वां स्थान है। वहीं साल 2021 की सूची पर गौर करें तो भारत 136वें स्थान पर था। वहीं पाकिस्तान 2021 में 103वें पायदान पर था। जबकि बांग्लादेश और चीन क्रमश: 101वें एवं 84वें स्थान पर थे।

ऐसे में सीताराम येचुरी ने ट्वीट कर कहा, “भारत के लोगों की बढ़ती भूख, गरीबी, बेरोजगारी के साथ-साथ महंगाई और बिगड़ता सामाजिक सौहार्द लोगों की खुशियां छीन रहा है। साम्प्रदायिक राष्ट्रवादी भाषावाद आर्थिक संकटों और सामाजिक अशांति को जन्म देता है, जिससे लोगों का दुख और बढ़ता है।”

बता दें कि यह सूची बताती है कि किस देश में लोगों के बीच अधिक खुशियां है। ताजा सूची के मुताबिक भारत से अधिक लोग नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश में प्रसन्न है। भारत और पाकिस्तान के बीच ग्लोबल हैप्पीनेस इंडेक्स को लेकर तुलना करते हुए दक्षिण एशिया इंडेक्स ने बताया है कि पिछले साल की तुलना में पाकिस्तान की स्थिति में सुधार हुआ है।

बता दें दक्षिण एशिया इंडेक्स ने पापुलेशन रिव्यू के आधार पर बताया है कि 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच 33 स्थान का फासला था तो वहीं 2022 में 72 स्थान का फासला हुआ है।

वहीं पिछले साल वैश्विक भुखमरी सूचकांक(GHI) की जारी हुई रिपोर्ट में भारत 116 देशों में 101वें स्थान पर था। गौरतलब है कि यह पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से भी पीछे है। वहीं 2020 में भारत 94वें स्थान पर था लेकिन 2021 में सात पायदान नीचे खिसक गया।

भारत में भूख के स्तर को सहायता कार्यों से जुड़ी आयरलैंड की एजेंसी कंसर्न वर्ल्डवाइड और जर्मनी का संगठन वेल्ट हंगर हिल्फ की संयुक्त रिपोर्ट में ‘खतरनाक’ बताया गया है।