पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हजारों करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर बैंकिंग सेक्‍टर के बाद अब सियासी गलियारों में तूफान खड़ा हो गया है। कांग्रेस के बाद माकपा ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। पार्टी के वरिष्‍ठ नेता सीताराम येचुरी ने विश्‍व आर्थिक मंच (डब्‍ल्‍यूईएफ) की दावोस में हुई बैठक की एक तस्‍वीर शेयर कर हमला बोला है। उन्‍होंने ट्वीट किया, ’31 जनवरी को एफआईआर दर्ज होने से पहले इस व्‍यक्ति (नीरव मोदी) ने यदि देश छोड़ा है तो वह यहां है…एफआईआर दर्ज होने से एक सप्‍ताह पहले भारत से भाग कर वह प्रधानमंत्री के साथ दावोस में फोटो खिंचवा रहा था। मोदी सरकार को इस पर स्थिति स्‍पष्‍ट करनी चाहिए।’ बता दें कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी 11,000 करोड़ रुपये के बैंकिंग घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने नीरव मोदी के भारत छोड़ने की बात कही है। इसको लेकर राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दल मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए इस मसले पर रुख स्‍पष्‍ट करने को कहा था। साथ ही आरोप लगाया कि जुलाई, 2016 में ही प्रधानमंत्री कार्यालय को वित्‍तीय अनियमितता के बारे में सूचित कर दिया गया था। इसके बावजूद सरकार इस पर क्‍यों नहीं जागी?

माकता नेता सीताराम येचुरी के ट्वीट पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है। सतीश ने पूछा, ‘आपको यह समझना चाहिए कि पीएम मोदी ज्‍योतिषी नहीं हैं। विपक्षी नेता ओल्‍ड माइक्रोस्‍कोप लेकर इंतजार में रहते हैं और जो भी मुद्दा आता है वे इसी से देखने लगते हैं।’ अरुण कुमार ने ट्वीट किया, ‘अब समय आ गया है जब सरकार को जनता को यह बताना चाहिए कि ललित मोदी और विजय माल्‍या के बाद नीरव मोदी भारत से कैसे भाग गए?’ सद्दाम शेख ने लिखा, ‘नेहरू के बदले यदि पटेल प्रधानमंत्री होते तो आज PNB स्‍कैम जैसी घटना नहीं होती। इसके लिए मोदी नहीं नेहरू जिम्‍मेदार हैं। सोनिया और राहुल गांधी को नेहरू की जगह देश से माफी मांगनी चाहिए: एक मोदी भक्‍त।’ शंकरनारायण ने ट्वीट किया, ‘दो मोदी (ललित और नीरव मोदी) न्‍यू इंडिया की वास्‍तविक आर्थिक कहानी बयान करते हैं। यदि अब भी आप भारत में विदेशी प्रत्‍यक्ष निवेश आने की उम्‍मीद करते हैं तो भगवान आपका भला करे!’ अली ने लिखा, ‘सरकार को शर्म आनी चाहिए। वे लोग गरीब लोगों को लूटकर फरार हो जाते हैं।’