Congress in Punjab: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्या से पहले कांग्रेस पार्टी के एक्टिव कार्यकर्ता थे। कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब में सिद्धू मूसेवाला के नाम का चुनावी तौर पर काफी इस्तेमाल किया। दिलचस्प यह है कि कांग्रेस पार्टी सिद्धू मूसेवाला के गांव में ज्यादा वोट हासिल न कर सकी। बठिंडा सीट के तहत आने वाले मूसा गांव में कांग्रेस तीसरे नंबर पर खिसक गई।

चुनावी समर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह से मुलाकात की थी, और बलकौर सिंह ने कांग्रेस के लिए बठिंडा सीट पर जमकर चुनाव प्रचार भी किया था लेकिन चुनावी नतीजों में इसका कोई खास फायदा होता नजर नहीं आया। बता दें कि मूसा गांव शार्दुलगढ़ विधानसभा सीट के अंतर्गत आता है और यहां कांग्रेस के मुकाबले शिरोमणि अकाली दल को ज्यादा फायदा हुआ है।

बठिंडा सीट पर हुई है हरसिमरत कौर की जीत

शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) मूसा के निवासियों की पहली पसंद बन गई। बठिंडा लोकसभा सीट पर भी शिरोमणि अकाली दल का जलवा देखने को मिला और सीट पर दिग्गज नेता हरसिमरत कौर बादल की ही जीत हुई।

चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणामों के मुताबिक 2,771 पंजीकृत मतदाताओं में से 2,000 ने इस गांव में वोट डाला था। उनमें से 703 ने अकाली दल को, 604 ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को और केवल 495 ने कांग्रेस को वोट दिया। बीजेपी को इस सीट पर महज 24 वोट मिले थे, और गैंगस्टर से नेता बने लक्खा सिधाना को 84 वोट मिले।

बरसी के दो दिन बाद हुई थी वोटिंग

पंजाब में मतदान सिद्धू मूसेवाला की दूसरी बरसी के दो दिन बाद यानी 1 जून को हुआ था। सिद्धू मूसेवाला की 2022 में 29 मई को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। गांव ने चुनाव से दो दिन पहले ही स्थानीय गुरुद्वारे में मूसेवाला की बरसी मनाई थी। उससे पहले उनके पिता ने गांव में कांग्रेस के लिए वोट मांगने के लिए एक छोटी सी रैली की थी, इसके बावजूद कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही।

कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे मूसेवाला

मूसेवाला ने फरवरी 2022 में कांग्रेस के टिकट पर मानसा विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उनके पिता बलकौर सिंह कांग्रेस का समर्थन कर रहे थे और अपने बेटे को न्याय न मिलने के लिए मौजूदा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए बदलाव की मांग कर रहे थे।

बलकौर सिंह की अपील का कुछ खास असर देखने को मिला, क्योंकि कई वोटर्स ने इसको लेकर कहा था कि वह दिवंगत सिंगर को खूब पसंद करते हैं लेकिन वोट का अधिकार उनका निजी है। बठिंडा लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व विधायक मोहिंदर सिंह सिद्धू को प्रत्याशी बनाया था, जबकि आम आदमी पार्टी ने कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुदियान को उतारा था।

जिस तरह से लोकसभा सीट पर शिरोमणि अकाली दल के लिए वोटिंग ट्रेंड देखने को मिले, कुछ वैसा ही ट्रेंड मूसेवाला के गांव में भी देखने को मिला। शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल इस सीट पर बड़े अंतर से चुनाव जीतने में कामयाब रहीं।