कोरोनावायरस के चलते दुनिया के साथ अब भारत में भी डर का माहौल पैदा हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को ही कोरोनावायरस को वैश्विक महामारी (पैनडेमिक) घोषित किया था। भारत ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विदेशी यात्रियों के लिए वीजा सुविधाएं कम कर दी। इसी के साथ विदेश मंत्री ने बताया कि जो भी विदेशी नागरिक भारत आएंगे, उन्हें क्वारैंटाइन (अलग-थलग) में रखा जाएगा।
गुरुवार को भारत में हरियाणा और फिर दिल्ली ने भी इसे महामारी घोषित कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया कि राज्य के सभी सिनेमा हॉल और जिन स्कूल-कॉलेजों में परीक्षा नहीं हो रही, वे बंद रहेंगे। इसके अलावा राष्ट्रपति भवन ने भी टूर के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं, ताकि ज्यादा भीड़ जुटने पर रोक लगाई जा सके।

भारत में अब तक कोरोनावायरस से संक्रमितों की संख्या 74 पहुंच चुकी है। इसके सबसे ज्यादा मामले केरल से हैं। यहां 17 लोग पीड़ित पाए गए। इसके बाद हरियाणा- 14 और महाराष्ट्र-यूपी में भी 11-11 लोग संक्रमित पाए गए। इन हालातों के चलते प्रधानमंत्री ने ऐलान किया है कि आने वाले दिनों में केंद्र सरकार का कोई भी मंत्री विदेशी दौरों पर नहीं जाएगा।
उन्होंने कोरोनावायरस से बचाव का तरीका सुझाते हुए कहा कि मैं सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि वे गैरजरूरी यात्रा से बचें। हम बड़ी भीड़ से बच कर सभी की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। साथ ही संक्रमण का फैलाव भी रोक सकते हैं।
हरियाणा में एक महीने तक लागू रहेंगे नियमः हरियाणा सरकार ने कोरोनावायरस को महामारी घोषित करने के साथ ही राज्य के डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दिए कि वे उन सभी जगहों को पूरी तरह सील कर दें, जहां कोरोनावायरस के मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा वहां लोगों के आने-जाने पर भी रोक लगा दी जाए। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने एपिडेमिक डिजीज, कोविड-19 रेगुलेशन के तहत हरियाणा के लिए कुछ नियम भी लागू किए हैं। यह नियम एक साल यानी 11 मार्च 2021 तक लागू रहेंगे।
नियमों के तहत हर अस्पताल को कोरोनावायरस के मरीजों के लिए एक फ्लू कॉर्नर सुनिश्चित करना होगा। इसके अलावा जो लोग संक्रमित पाए जाते हैं, उनकी पूरी ट्रैवल हिस्ट्री और वे कितने लोगों से संपर्क में आए इसकी जानकारी भी अस्पताल प्रशासन को ही जाननी होगी।
हालांकि, नियमों में मरीजों की पहचान सुरक्षित रखने का प्रावधान भी है। कोई भी मीडिया समूह पीड़ितों के नाम नहीं छाप या दिखा सकेगा। इसके अलावा प्राइवेट लैब्स को कोरोनावायरस से जुड़े सैंपल इकट्ठा करने से रोक दिया गया है।

खेल आयोजनों पर पड़ेगा असरः विदेश मंत्रालय के मुताबिक, बीसीसीआई को भी आईपीएल का आयोजन न करने के लिए कहा गया है। हालांकि, आखिरी फैसला आयोजनकर्ताओं पर ही छोड़ा गया है। इन सबके बीच बीसीसीआई लखनऊ में होने वाला दूसरा और कोलकाता में होने वाला तीसरा वनडे मैच स्टेडियम में बिना दर्शकों की मौजूदगी के करा सकता है।
ईरान-इटली में फंसे भारतीयों को आने में मुश्किलः दूसरी तरफ ईरान और इटली में फंसे लोगों को भारत के वीजा न जारी करने के फैसले से दिक्कत का सामना कर पड़ सकता है। हालांकि, विदेश मंत्री जयशंकर ने आश्वासन दिया कि सरकार दोनों ही जगहो पर फंसे भारतीयों को लाने के लिए प्रतिबद्ध है। रान से 58 लोगों को लाया गया है और जल्द ही 200 अन्य लोगों को वापस लाया जायेगा। इसके अलावा इटली से नागरिकों को लाने की योजना भी बनाई जा रही है।