यूपी में साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि वो अखिलेश यादव के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं और पार्टी के विलय के लिए भी तैयार हैं लेकिन आत्मसम्मान से समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि अगर हमारे लोगों को सम्मान के साथ टिकट मिलेगी तो हम विलय के लिए तैयार हैं।

बता दें कि कुछ दिनों पहले ही अखिलेश यादव ने कहा था कि चाचा शिवपाल सिंह यादव का पार्टी में सम्मान किया जाएगा और उनके लोगों को उचित सीटें भी दी जाएंगी। वहीं अब शिवपाल ने बाराबंकी में कहा है कि अखिलेश को जो भी करना हो, वह जल्दी करें, फिर चाहें वो गठबंधन हो या विलय हो। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष लोग, गांधीवादी और लोहियावादी लोग उनके साथ लगातार जुड़ रहे हैं।

गौरतलब है कि शिवपाल ने सपा से अलग होकर साल 2018 में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी। ऐसे में अब यूपी 2022 विधानसभा चुनाव से पहले वह फिर से एक होना चाह रहे हैं और अपनी मंशा को कई बार मीडिया के सामने रख चुके हैं। हालही में उन्होंने कहा था कि अगर 25 फीसदी सीटें मिलीं तो समाजवादी पार्टी के साथ आ सकता हूं।

उन्होंने ये भी कहा था कि सपा को खड़ा करने में हमने बहुत मेहनत की है। अगर सपा के साथ गठबंधन नहीं हुआ तो हम किसी भी राष्ट्रीय दल के साथ गठबंधन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने नेताजी(मुलायम सिंह यादव) के साथ 40-45 साल काम किया है और सपा को बुलंदियों तक पहुंचाया है।

बता दें कि अखिलेश यादव जब सपा प्रमुख बने थे, तो शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और उनकी जगहनरेश उत्तम को सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।

इसके अलावा सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति को जब बाहर किया गया था तो उस समय भी शिवपाल यादव ने अखिलेश को लेकर नाराजगी जताई थी। जिस पर मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता ने भी अपना समर्थन देते हुए कहा था कि शिवपाल यादव के साथ गलत हुआ है।