Maharashtra Government Formation, Shiv Sena left NDA: महाराष्ट्र की सियासत में जबर्दस्त उठापटक के बीच नए सियासी समीकरण बने हैं। शिवसेना ने बीजेपी से दशकों पुराना नाता तोड़ NDA छोड़ने का ऐलान कर दिया है। राज्य में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनने का रास्ता लगभग साफ है, इसका औपचारिक ऐलान थोड़ी देर में हो सकता है। इसी बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के बड़े नेता संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) का बड़ा बयान सामने आया है।

कांग्रेस से निरुपम का बड़ा सवालः चुनाव के दौरान बगावती रुख अख्तियार करने वाले संजय निरुपम ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, ‘कौन सरकार बनाएगा, इससे फर्क नहीं पड़ता। लेकिन महाराष्ट्र में राजनीति अस्थिरता बनी रहेगी। जल्द चुनाव के लिए तैयार रहें। 2020 में ही चुनाव हो सकता है। क्या हम शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ पाएंगे?’

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ऐसे बदली महाराष्ट्र की सियासतः महाराष्ट्र की 288 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजों में किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला। हालांकि बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन के पास बहुमत था, लेकिन सीएम पद पर तनातनी के बीच यह गठबंधन चुनाव के बाद टूट गया। इसके बाद बीजेपी ने सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद सरकार बनाने का दावा नहीं पेश करने का फैसला लिया है। ऐसे में अब शिवेसना (56 सीट), एनसीपी (54 सीट) और कांग्रेस (44 सीट) मिलकर सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है।

कैसे चलेगा यह रिश्ता?: शिवसेना और एनसीपी इससे पहले 1989 में भी साथ आ चुके हैं। दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन और समान विचारधारा के बावजूद अलग-अलग मुद्दों पर तकरार सामने आती रहती है। हालांकि हिंदुत्व के मुद्दे पर मुखर रहने वाली शिवसेना, कांग्रेस-एनसीपी के साथ कैसे सरकार चला पाएगी यह सवाल बरकरार है।