एंटीलिया मामले में सचिन वाजे पर निशाना साधते हुए अर्णब गोस्वामी ने कहा, 130 करोड़ लोगों से कहता हूं, सबूत निकाल कर रहूंगा। शिवसेना प्रवक्ता किशोर तिवारी ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि सारे मामले का मास्टरमाइंड बीजेपी का समधी परमबीर है। उनका कहना था कि एनआईए मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर के कंधे पर बंदूक रखकर चला रही है। जबकि वो खुद इस सारे मामले का सूत्रधार रहा है।

बीजेपी नेता रामकदम ने कहा कि सचिन वाजे छोटा सा मोहरा था। इसके पीछे बहुत बड़े-बड़े नाम हैं। शिवसेना ने जिस तरह से मामले में चुप्पी साध रखी है उससे संदेह गहरा रहा है। उनका कहना था कि एनआईए इसका सच सामने लाने का काम कर रही है। देवेंद्र फडणवीस ने मामले को सबके सामने ला दिया। उनका कहना था कि जिस रश्मि शुक्ला मे सच उजागर किया शिवसेना ने उसका मुंह बंद करा दिया। उस रिपोर्ट पर एक्शन नहीं लिया।

बीजेपी प्रवक्ता गौरव गोगोई ने कहा कि पुलिस आम जनता की सुरक्षा के लिए है या फिर कारोबारियों को डराने के लिए। उनका सवाल था कि कैसे जिलेटिन की छड़ें मुकेश अंबानी के घर के पास पहुंच गई। परमबीर की चिट्ठी पर शिवसेना सुप्रीमो और सूबे के सीएम उद्धव ठाकरे क्यों नहीं बोल रहे हैं। सचिन वाजे के अरेस्ट होते ही सारी शिवसेना के मुंह में दही जम गया है।

शिवसेना प्रवक्ता किशोर तिवारी ने कहा कि परमबीर ही सारे मामले की सूत्रधार था। अब वह बीजेपी की गोद में खेल रहा है। बीजेपी उसे बचाने में लगी हुआ है। किशोर ने कहा कि मुंबई के पुलिस कमिश्नर को अरेस्ट करके जेल में डालना चाहिए। उन्होंने राम कदम से कहा, आप लोग मांग करो कि परमबीर अरेस्ट हो।

अर्णब ने सवाल उठाते हुए कहा कि सारा ठीकरा सचिन वाजे पर फोड़ा जा रहा है, लेकिन वह नहीं मानते कि मास्टरमाइंड वाजे था। इस रैकेट के तार बहुत ऊपर तक जुड़े हैं। शिवसेना के आरोप पर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि परमबीर को उनसे अच्छी तरह से कोई नहीं जानता है। वह उसे बचाने की कोशिश कभी नहीं करने वाले। एनआईए को चाहिए कि उसे अरेस्ट किया जाए।

यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने परमबीर को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह एक घाघ और करप्ट अफसर था। उनका कहना था कि पहली नजर में देखने पर ही पता चल जाता है कि उसके भीतर क्या छिपा है। एनआईए को चाहिए कि परमबीर से सख्त पूछताछ करे, सारा सच सामने आ जाएगा। वही असली सूत्रधार है।