Sanjay Gaikwad Controversial Statememt: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक विधायक संजय गायकवाड़ ने राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया। संजय ने कहा कि राहुल गांधी पिछड़ों, आदिवासी का रिजर्वेशन खत्म करना चाहते हैं। शिंदे नेता ने कहा कि जो भी राहुल गांधी की जीभ काटेगा उसे 11 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।

शिंदे गुट के विधायक गायकवाड़ ने कहा कि राहुल गांधी पिछड़े आदिवासियों और अन्य लोगों के लिए आरक्षण खत्म करना चाहते हैं और इसलिए वे आरक्षण खत्म करने की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब महाराष्ट्र और देश में आरक्षण की मांग उठ रही है, तब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने देश में आरक्षण खत्म करने का बयान दिया।

लोकसभा चुनाव में उन्होंने वोट पाने के लिए झूठी कहानी फैलाई। आज वे देश से आरक्षण खत्म करने की भाषा बोल रहे हैं और कांग्रेस का असली चेहरा दिखा दिया है। यह मेरी चुनौती है कि जो कोई भी राहुल गांधी की जीभ काटेगा, उसे मेरी ओर से 11 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।

शिंदे गुट के एमएलए का विवादों से पुराना नाता

बुलढाणा से शिवसेना के एमएलए गायकवाड़ का विवादों से पुराना नाता रहा है। उन्होंने इस साल फरवरी के महीने में सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने 1987 में एक बाघ का शिकार किया था और अब वे अपने गले में उस जानवर का दांत पहने हुए हैं। इसके बाद वन विभाग ने उन पर केस दर्ज किया था। इतना ही नहीं उस दांत को जब्त भी कर लिया था।

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इसके अलावा शिवसेना के विधायक मार्च के महीने में एक और विवाद में फंस गए। उनका सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वे एक पुलिस वाले पर डंडे से हमला कर रहे थे। गायकवाड़ ने उस शख्स पर हमला करने की बात मान ली थी और कहा कि उन्हें उन लोगों की पिटाई करने के लिए मजबूर किया गया था। वहीं पिछले महीने एक वीडियो सामने आया था। इसमें एक पुलिसवाला शिंदे गुट के विधायक की कार को धो रहा था। लोगों ने इसे बेहद ही खराब बताया था।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरक्षण को लेकर क्या कहा

अमेरिका में अपनी यात्रा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब सही समय होगा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि उन्हें ऐसे देश में रहने में कोई भी दिलचस्पी नहीं है जहां पर 90 फीसदी लोगों की अवसर तक पहुंच ही नहीं है। उन्होंने कहा था कि भारत के दलित, ओबीसी, आदिवासी को उनका हक नहीं मिल रहा है।