बीजेपी का पुराना साथी रहा दल शिवसेना ने केंद्र सरकार के बजट को झूठा वादा करार दिया। कहा कि इस बजट में केवल शब्दों का खेल है, जनता के लिए कुछ नहीं है। पार्टी ने केंद्र सरकार और वित्तमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अर्थमंत्री का कोई अर्थ नहीं है। शिवसेना ने कहा कि इस बजट में ऐसा कुछ नहीं है जिससे आम और गरीब लोगों के लिए कुछ किया गया हो।

इससे पहले पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में भी बजट की आलोचना की। संपादकीय में लिखा कि वित्तमंत्री ने 2 घंटे 41 मिनट तक बजट भाषण देकर केवल शब्दों का खेल ही दिखाया। उसमें जमीनी बातें नहीं बोलीं। कहा कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बजट भाषण में सरकार के संकल्प को नहीं बताया। कहा कि केवल बोलने से काम नहीं होता है। वह अपनी घोषणाओं को कैसे पूरा करेंगी, इस पर कुछ नहीं बोला।

पार्टी ने आरोप लगाया कि केंद्र की बीजेपी सरकार निजीकरण करके पहले से ही कमजोर अर्थव्यवस्था को और कमजोर कर रही है। इससे आम लोगों, नौकरीपेशा और कर्मचारी वर्ग तथा मध्यमवर्ग का सरकार पर भरोसा खत्म हो रहा है। लोगों को लग रहा है कि इस सरकार को और समय दिया गया तो यह लोगों को सड़क पर ला देगी। कहा कि केंद्र सरकार का रवैया आमजनता विरोधी है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में आम बजट पेश किया था। केंद्र सरकार का कहना कि इस बजट में जनता के विकास और अर्थव्यवस्था को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं हैं। इसके उलट विपक्ष ने बजट की आलोचना करते हुए इसमें गरीबों, महिलाओं और आम लोगों के लिए कुछ भी न होने का आरोप लगाया था।