महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को 20 सदस्यीय मंत्री परिषद में विभागों का आबंटन किया। इसमें दस शिवसेना के मंत्री शामिल हैं। इन मंत्रियों को हाल में कैबिनेट विस्तार में शामिल किया गया है।
शिवसेना को गृह, राजस्व व जल संसाधन जैसा कोई महत्त्वपूर्ण मंत्रालय नहीं दिया गया है। इसके अलावा फडणवीस ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उनकी सरकार में उप मुख्यमंत्री का कोई पद नहीं होगा। जिन कैबिनेट मंत्रियों ने पिछले शुक्रवार को शपथ ली थी उनमें गिरीश बापट (भाजपा), गिरीश महाजन (भाजपा), दिवाकर राउत (शिवसेना), सुभाष देसाई (शिवसेना), रामदास कदम (शिवसेना), एकनाथ शिंदे (शिवसेना), चंद्रशेखर बवानकुले (भाजपा), बबनराव लोनीकर (भाजपा), डा. दीपक सावंत (शिवसेना) और राजकुमार बडोले (भाजपा) शामिल हैं।
शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे के करीबी सुभाष देसाई को उद्योग मंत्रालय दिया गया है जो पहले भाजपा के प्रकाश मेहता संभाल रहे थे। शिवसेना के ही दिवाकर राउते को परिवहन विभाग दिया गया है। राउते फिलहाल विधान परिषद के सदस्य हैं। तीन बार से विधायक व शुक्रवार तक विपक्ष के नेता रहे एकनाथ शिंदे लोक निर्माण विभाग देखेंगे।
शिवसेना के रामदास कदम को पर्यावरण विभाग दिया गया है। कदम भी विधान परिषद सदस्य हैं। भाजपा नेता गिरीश बापट को खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण, खाद्य व औषधि प्रशासन और संसदीय कार्य विभाग दिया गया है। भाजपा के गिरीश महाजन को जल संसाधन विभाग दिया गया है। भाजपा के चंद्रशेखर बवनकुले को ऊर्जा, व नवीन और अक्षय ऊर्जा विभाग दिया गया है।
कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष पद पाने का भरोसा
कांग्रेस ने शनिवार को भरोसा जताया कि महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी होने के नाते उसे नेता प्रतिपक्ष का पद मिलेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने यहां कहा कि यह बहुत साफ है कि नया नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस से होगा।
राज्यपाल सी विद्यासागर राव से मुलाकात के बाद ठाकरे ने कहा कि मैं यह देखकर हैरत में हूं कि राकांपा, जिसके पास हमसे कम विधायक हैं, नेता प्रतिपक्ष पद के लिए दावेदारी की बात कह रही है। राकांपा नेता अजित पवार के बयान के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा कि हमारे पास संख्या बल है। राकांपा के पास किसी अन्य विधायक का समर्थन नहीं है। पवार ने बयान दिया था कि 41 विधायकों वाली राकांपा को कुछ अन्य विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। कांग्रेस के पास कुल 42 विधायक हैं।