पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब काफी कम समय रह गया है। कांग्रेस सभी पांच चुनावी राज्यों में अपना दमखम दिखाने के लिए काफी मेहनत कर रही है। इसी बीच पूर्व कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला ने हिंदू महासभा के एक पार्षद के कांग्रेस में शामिल होने पर एक टीवी डिबेट में गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा है। शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस के लबों पर भले ही गांधी रहें हों लेकिन उनके दिल में गोडसे बसता है। साथ ही पूनावाला ने कांग्रेस पर गोहत्या से लेकर परिवारवाद तक के गंभीर आरोप लगाए। 

टाइम्स नाउ टीवी चैनल पर आयोजित एक टीवी डिबेट शो में शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने बहुत पहले ही गांधी जी की विचारधारा को छोड़ दिया था और अब उन्होंने गांधी जी को भी छोड़ दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि यही गांधी परिवार जिन्होंने केरल में गोहत्या कानून का विरोध किया और वहां गायों को कटने के लिए छोड़ दिया। इन लोगों ने रामराज्य का मखौल उड़ाया जबकि महात्मा गांधी हे राम कहते हुए दुनिया से चले गए. गांधी जी की विचारधारा के विरुद्ध जाकर इन्होंने पार्टी के अंदर परिवारवाद को बढ़ावा दिया।

शहजाद पूनावाला इतना कहकर भी नहीं रुके। आगे उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कांग्रेस पार्टी को बंद करने को कहा था। लेकिन इन लोगों ने कांग्रेस को सत्ता पाने का जरिया बना दिया.कांग्रेस के लबों पर भले ही गांधी हों लेकिन दिल में गोडसे बैठते थे। कांग्रेस ने गांधीवादी लोगों को पार्टी से निकाल दिया क्योंकि कांग्रेस को हमेशा से गोडसे पसंद है।

साथ ही शहजाद पूनावाला ने डिबेट शो में कहा कि मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या आपने सत्ता के लिए सिद्धांतों के साथ समझौता कर लिया है। जैसे आपने पहले पहले सावरकर का विरोध किया लेकिन बाद में उनकी सेना के साथ जाकर खड़े हुए तो क्या आप अब भी यही करेंगे।

दरअसल मध्यप्रदेश में हिंदू महासभा से पार्षद  बाबूलाल चौरसिया ने कांग्रेस की सदस्यता ली है। बाबूलाल चौरसिया पर महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रतिमा लगाने का आरोप है। बाबूलाल के पार्टी में शामिल होने पर कांग्रेस के कई नेता उनका विरोध कर रहे हैं। इतना ही नहीं हिंदू महासभा के बाबूलाल चौरसिया को पार्टी की सदस्यता दिलाने का विरोध करने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।