कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति की देरी को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पार्टी को चेताया है। उनका कहना है कि नेताओं में असंतोष की भावना बढ़ती जा रही है जिसके चलते पार्टी के और नेता पार्टी छोड़ सकते हैं। उन्होंने गोवा का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व का मुद्दा अगर जल्द नहीं सुलझाया गया तो ऐसा हो सकता है। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी को पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया जाना चाहिए लेकिन उनकी नियुक्ति के लिए भी चुनाव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद दो महीने का समय बीत चुका है लेकिन अब तक यह बात साफ नहीं हुई है कि पार्टी को आगे लीड कौन करेगा।

आजादी के बाद अधिकतर नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य द्वारा चलाई गई यह पार्टी अब तक अपना अध्यक्ष नहीं नियुक्त कर पाई है। अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के दौरान राहुल गांधी ने स्वंय कहा था कि पार्टी का अध्यक्ष कोई गैर गांधी-नेहरू परिवार से होगा। तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर का कहना है कि कई सांसद इस मामले से नाराज हैं। सांसद इस बात को लेकर चर्चा भी कर रहे हैं, उनका कहना है कि मैं सांसदों और पार्टी के साथी नेताओं की बात सुन-सुनकर थक गया हूं और इसके बाद मैं यह खुले तौर पर कह रहा हूं।

थरूर ने कहा कि यह सही तरीका नहीं है हमें देश के लोगों को अपने साथ लेकर चलना चाहिए और लोगों को प्रेरित करना चाहिए। हमारे पास एक अंतरिम अध्यक्ष नहीं है और यह पार्टी की साख पर सवाल उठाता है। हालांकि  उन्होंने  यह स्पष्ट किया कि वह इस रेस में नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव के जरिए पार्टी को एक युवा अध्यक्ष मिलेगा जिससे आने वाले समय में पार्टी के अध्यक्ष पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकेगा और चुने गए अध्यक्ष की वैधता रहेगी क्योंकि वह चुनाव के जरिए उस पद पर काबिज होगा।