बांग्लादेश में एक बार भी हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से लूटपाट, हत्या और मारपीट जैसी कई घटनाएं सामने आ रही हैं। इस घटना को लेकर लोकसभा सांसद शशि थरूर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि हिंसा की वजह से दो वीजा सेंटर बंद कर दिए गए, जो कि निराशाजनक है क्योंकि जो बांग्लादेशी नागरिक भारत आना चाहते हैं वे अब शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें आसानी से अब वीजा नहीं मिल पा रहा है।
शशि थरूर ने आगे कहा कि ऐसे हालात हमारे सरकार को उनकी मदद करने में मुश्किल पैदा कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि जल्द वहां सबकुछ सामान्य हो जाएगा। साथ ही मैं बांग्लादेश की सरकार और लोगों से अपील करूंगा कि अपने पड़ोसियों के घनिष्ठ संबंध को अधिक महत्व दें। जैसा कि वाजपेयी साहब ने पाकिस्तान के बारे में कहा कि हम अपनी भौगोलिक स्थिति नहीं बदल सकते। हम जहां हैं हम हैं, वे जहां हैं वे हैं। उन्हें हमारे साथ काम करना सीखना चाहिए।
‘सरकार रखे नजर’
उन्होंने कहा,’सरकार को हालात पर सावधानीपूर्वक नजर रखनी होगी। वे निश्चित रूप से ढाका स्थित उच्चायोग के स्तर पर ढाका सरकार और अधिकारियों से संपर्क करेंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि वे स्थिति को शांत करने के लिए हर संभव प्रयास करें। यह सही नहीं है कि हमारे असिस्टेंट हाई कमीशन इस प्रदर्शन से प्रभावित हो रहे हैं। यह वहां की सरकार की जिम्मेदारी है कि वह आयोग की सुरक्षा करें। दोनों ओर से अच्छे रिश्ते रखने में रुचि होनी चाहिए और हमें यह सुनिश्चित करने के लिए काम करना चाहिए।
‘कौन है वो? जो ऐसी बातें करे रहा’
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हम बांग्लादेश में इन अराजकतत्वों को लेकर चिंतित हैं जो बहुत ही बेवकूफी भरी हरकत कर रहे हैं। आपने देखा होगा कि वहां का एक छात्र नेता सेवन सिस्टर्स राज्यों को भारत से अलग करने की बात कर रहा है। कौन है वह जो इस तरीके की बात कर रहा है? लेकिन लोग इसे कर रहे हैं और इसीलिए हम बहुत चौंकन्ने हैं कि ऐसे तत्व बेरोकटोक घूम रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि अधिकारियों द्वारा वहां ठोस कदम उठाए जाएंगे कि ऐसे तत्व भारत के मूलभूत हितों को नुकसान न पहुंचे, ठीक उसी तरह जैसे हम भी बांग्लादेश में स्थिरता, शांति और लोकतंत्र का समर्थन करने का पूरा ध्यान रखेंगे।”
क्या है मामला?
जानकारी दे दें कि बांग्लादेश में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है। 12 दिसंबर को उन्हें दो अज्ञात युवकों ने गोली मार दी थी, जिसकी कल सिंगापुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद बांग्लादेश में हिंसा फैल गई। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के आवास, अवामी लीग सरकार में पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी के आवास पर तोड़फोड़ की। साथ ही बांग्लादेश के सबसे बड़े अखबार डेली स्टार और प्रोथोम आलो के ऑफिस में जबरन घुसकर तोड़फोड़ मचाई और आगजनी की। इसके साथ ही एक हिंदू युवक को मारकर भीड़ ने जिंदा जला दिया।
