पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी (दीदी) की तृणमूल कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभा चुके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार से मिले। इस बैठक के बाद अनुमान लगाए जा रहे हैं कि आगामी चुनाव में पार्टी उन्हें अहम ज़िम्मेदारी दे सकती है।

इसी बीच इस बैठक के एक दिन बाद शनिवार को एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ रुख रखने वाली पार्टियों के ‘‘महागठबंधन’’ की जरुरत है। करीब तीन घंटे चली इस बैठक के बाद राजनीतिक हलके में अटकलों का बाजार गरम है। हालांकि, बैठक में क्या बात हुई, इस बारे में पता नहीं चला है।

राकांपा नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा, ‘‘अगले आम चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ रुख रखने वाली पार्टियों के महागठबंधन की जरुरत है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने भी भाजपा का मुकाबला करने के लिए सभी दलों के राष्ट्रीय गठबंधन की बात कही है। उन्होंने कहा है कि वह ऐसे बलों को साथ लाने का प्रयास करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को आंकड़ों और सूचनाओं की पूरी जानकारी है… तीन घंटे चली चर्चा में यह मुद्दा भी पक्का आया होगा।’’ एनसीपी नेता ने कहा, ”पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले शरद पवार को बंगाल जाना था, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वे नहीं जा सके, लेकिन देश की तमाम विपक्षी पार्टियां एकजुट होने जा रही हैं।”

नवाब मलिक ने स्पष्ट किया कि एनसीपी बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बनाने की कोशिश कर रही है और निकट भविष्य में ऐसा किया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले महीने शिवसेना नेता संजय राउत ने राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों के गठबंधन की जरुरत पर बल देते हुए कहा था उन्होंने इस मुद्दे पर शरद पवार से बात की है। इससे पहले उन्होंने यह भी कहा था कि संप्रग के पुन:गठन की आवश्यकता है ताकि वह भाजपा के मजबूत विकल्प के रूप में उभर सके और नये मोर्चे का नेतृत्व पवार जैसे वरिष्ठ नेताओं को करना चाहिए।