महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि प्रदेश के लोग बदलाव के इंतज़ार में हैं। अपनी इस बात के साथ उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि लोकसभा चुनाव के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को जो गति मिली थी, बरकरार नहीं रह सकी है। इसकी वजह उन्होंने महायुति सरकार की अलग-अलग ‘लोकलुभावन योजनाओं’ को बताया। शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग बदलाव की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो एमवीए को 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में बहुमत हासिल करने में मदद करेगा।
क्या बोले शरद पवार?
शरद पवार को एमवीए का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। उनके अलावा गठबंधन कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) भी शामिल है। इंडियन एक्सप्रेस के साथ विशेष बातचीत में शरद पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद महायुति सरकार ने अपनी सारी मशीनरी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया है और इसने लाडकी बहिन योजना जैसे कई लोकलुभावन फैसले लिए हैं, जिसमें विभिन्न लाभार्थियों को पैसे दिए गए हैं और माहौल बदलने की कोशिश की जा रही है। हमारे सहयोगियों के अनुसार इसका कुछ असर हो सकता है।
हालांकि, उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि आम जनता बदलाव चाहती है। और अगर यह भावना बनी रही तो हमें (एमवीए) स्पष्ट बहुमत मिलेगा।”
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में महायुति को झटका लगा था। जिसमें उसे 48 में से सिर्फ 17 सीटें ही मिल पाई थीं, जबकि एमवीए को 30 सीटें मिली थीं। विधानसभा चुनावों से पहले शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने विभिन्न वर्गों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की थी, जिसमें लाडकी बहिन योजना भी शामिल है, जिसके तहत 2.5 करोड़ वंचित महिलाओं (18 से 65 वर्ष) को 1,500 रुपये मासिक भत्ता दिया जाता है।
क्या आरोप लगाए?
शरद पवार ने आरोप लगाया कि हमारे खिलाफ पैसे और एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मैं आपको एक उदाहरण दे सकता हूं। मेरी बेटी (सुप्रिया सुले) चौथी बार संसद की सदस्य हैं। जब भी वह सरकार पर हमला करती हैं, उनके पति (सदानंद सुले) को आयकर विभाग का नोटिस मिल जाता है। मेरे भाई (अनंतराव पवार) की बेटियों (अजित पवार की बहनों) पर छापे पड़े हैं। केंद्र सरकार ने मेरे परिवार के खिलाफ़ भी एजेंसियों का दुरुपयोग किया है।” उन्होंने कहा, “यह चुनाव है जहां हम सत्ता और सरकारी एजेंसियों का पूर्ण दुरुपयोग देख रहे हैं, जो हमने पिछले चुनावों में कभी नहीं देखा।”