केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन पर उन्हें शारीरिक रूप से चोट पहुंचाने की ‘साजिश’ रचने का आरोप लगाते हुए उनकी आलोचना की। उनके वाहन को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की छात्र शाखा स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कार्यकर्ताओं ने उस समय टक्कर मार दी, जब वह दिल्ली जाने के लिए तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जा रहे थे। एसएफ़आई के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के वाहन के सामने काले झंडे भी दिखाए।

नाराज दिख रहे राज्यपाल अपनी कार से बाहर निकले और मीडिया से कहा कि यह मुख्यमंत्री विजयन हैं, जिन्होंने उन्हें शारीरिक रूप से चोट पहुंचाने के लिए लोगों को भेजने की साजिश रची है। खान ने यह भी कहा कि राज्य में संवैधानिक तंत्र ध्वस्त होता दिख रहा है। आरिफ खान ने कहा, ‘‘क्या यह संभव है कि अगर किसी मुख्यमंत्री का कार्यक्रम चल रहा हो तो वहां प्रदर्शनकारियों वाली कारों को जाने की इजाजत दी जाएगी? क्या पुलिस किसी को भी मुख्यमंत्री की कार के पास आने की इजाजत देंगे? यहां प्रदर्शनकारियों की गाड़ियां खड़ी थीं और पुलिस ने उन्हें धक्का देकर अपनी गाड़ियों में डाल दिया और वे भाग गए।”

राज्यपाल आरिफ का दावा मुख्यमंत्री उनके खिलाफ साजिश कर रहे

राज्यपाल आरिफ ने दावा किया, ‘‘ मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि यह मुख्यमंत्री हैं, जो साजिश कर रहे हैं और मुझे शारीरिक रूप से चोट पहुंचाने के लिए इन लोगों को भेज रहे हैं। तिरुवनंतपुरम की सड़कों पर गुंडों ने कब्जा कर लिया है।’’ अपने खिलाफ एसएफआई के काले झंडे के विरोध पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, “पुलिस को इन उपद्रवियों, अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने से रोका गया है। यह ऐसी पांचवीं घटना थी। जिन छड़ों पर उन्होंने काले झंडे लहराए थे , वे कार पर हमला करने के लिए उन छड़ों का उपयोग कर रहे थे। कार पर बहुत सारी खरोंचें हैं।”

राज्यपाल ने आगे कहा कि सब कुछ मुख्यमंत्री विजयन के निर्देश के तहत किया जा रहा है। उन्होंने ही यह साजिश रची है। ये लोग मुख्यमंत्री के निर्देश पर काम कर रहे हैं। मैं किसी को डराने की कोशिश नहीं करता, मैं किसी चीज से डरूंगा भी नहीं।”

SFI कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को दिखाए काले झंडे

राज्यपाल ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री विजयन किसी बात पर उनसे असहमत हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि मार्क्सवादी दिग्गज नेता को उन्हें शारीरिक रूप से चोट पहुंचाने के लिए साजिश रचनी चाहिए। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि प्रदर्शनकारियों ने न केवल उनके सामने काले झंडे लहराए बल्कि उनके वाहन पर दोनों तरफ से प्रहार भी किया। खान ने कहा, ‘‘फिर मैं अपनी कार से उतर गया। फिर वे भागे क्यों? वे सभी एक कार में बैठे थे, इसका मतलब पुलिस को पता था। लेकिन जब मुख्यमंत्री का निर्देश हो तो बेचारी पुलिस क्या करेगी?’’

राजभवन के एक सूत्र के अनुसार, आरिफ खान को तीन स्थानों पर काले झंडे दिखाए गए और इनमें से दो स्थानों पर उनकी कार को टक्कर मारी गई। दूसरी ओर पुलिस ने कहा कि राज्यपाल के वाहन को एसएफआई कार्यकर्ताओं ने केवल एक स्थान पर रोका और छात्र संगठन के सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस, उसके नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे और भारतीय जनता पार्टी ने भी राज्यपाल पर हमले के पीछे विजयन का हाथ होने का आरोप लगाया।