जहां एक ओर पीएम मोदी आज बिहार के तीर्थस्थल गया गए हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर पटना में अनुसचित जाति का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे निषाद समुदाय के लोगों पर शुक्रवार को पुलिस के लाठीचार्ज किया जा रहा है। लाठीचार्ज और पथराव में कई प्रदर्शनकारी और कुछ पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह प्रदर्शन निषाद अधिकार मंच के बैनर तले हुआ। प्रदर्शनकारी पुलिस की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद पुलिस की चेतावनी को नजरअंदाज करके राजभवन की ओर बढ़ने लगे।

उन्होंने बताया कि गांधी मैदान के पास जेपी गोलचक्कर पर प्रदर्शनकारियों ने बेरिकेड तोड़ दिए और पुलिस पर पथराव करने लगे। इसके बाद पुलिस ने नपर लाठीचार्ज किया जिसमें कई लोग जख्मी हो गए। इनमें कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

मीडिया में लाठीचार्ज के दृश्य आने के बाद मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने देर शाम अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। एक सरकारी बयान में बताया गया है कि इस बैठक में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, राज्य पुलिस के प्रमुख पीके ठाकुर और प्रधान सचिव, गृह आमिर सुभानी ने भी शिरकत की।

बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने उन्हें निर्देश दिया कि वे पटना के आयुक्त और पुलिस उपमहानिरीक्षक से घटना के संबंध में रिपोर्ट लें। इस बीच, विपक्षी भाजपा ने निषाद समुदाय के सदस्यों पर लाठीचार्ज की निंदा की और पक्की हार को देखते हुए जदयू और राजद गठबंधन की निराशा को जिम्मेदार ठहराया।