दिल्ली के लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने पांच प्रण लिए। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी को आज तिरंगे भारतीय ध्वज की धारियों वाली सफेद पगड़ी पहने देखा गया। इस अवसर पर उन्होंने देश के सामने अगले 25 सालों का खाका भी रखा।

क्या है पीएम मोदी के पांच प्रण?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला प्रण लेते हुए कहा कि अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ भी कम नहीं होना चाहिए।

पीएम नरेंद्र मोदी ने दूसरा प्रण लेते हुए कहा कि किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो, उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना है। उसको समाप्त करना है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरा प्रण लेते हुए कहा कि हमारे अंदर शक्ति हो और हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। हम सबको एक होकर देशहित में काम करना चाहिए।

पीएम मोदी ने चौथा प्रण लेते हुए एकता और एकजुटता की बात की। पीएम मोदी ने कहा कि देश के 130 करोड़ देशवासियों में एकता रहे और यही चौथा प्रण है।

पीएम मोदी ने नागरिकों के कर्तव्य को पांचवां प्रण बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रण से प्रधानमंत्री भी बाहर नहीं होता है, राष्ट्रपति भी बाहर नहीं है और मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं है।

पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अगले 25 साल का खाका रखते हुए कहा कि हमें उन पांच प्रण पर अपनी शक्ति को केंद्रित करना होगा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि 2047 में जब आज़ादी के 100 साल होंगे, तो आज़ादी के दिवानों के सारे सपने पूरे करने का जिम्मा उठाकर चलना होगा।

माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने भारत के विकास की अगुवाई करते हुए स्वास्थ्य सेवा और डिजिटल परिवर्तन को प्राथमिकता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। बिल गेट्स ने ट्वीट करते हुए लिखा, “जब भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, मैं भारत के विकास की अगुवाई करते हुए स्वास्थ्य सेवा और डिजिटल परिवर्तन को प्राथमिकता देने के लिए पीएम मोदी को बधाई देता हूं। इन क्षेत्रों में भारत की प्रगति प्रेरक है और हम इस यात्रा में भागीदार बनने के लिए भाग्यशाली हैं।”