UP honour killing, dalit Women murdered: अपने गांव के एक दलित युवक के साथ रहने के सात साल बाद, रायबरेली जिले के सलोन इलाके में एक 25 वर्षीय महिला को उसके भाई और तीन चचेरे भाइयों ने कथित रूप से पीट-पीटकर मार डाला। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आने वाली महिला पिछले साल अपने गांव लौटी थी और तब से थीमन परिवार के साथ रह रही थी। पुलिस ने कहा कि महिला कुछ अन्य महिलाओं के साथ खेतों के पास से गुजर रही थी, तभी पास में क्रिकेट मैच खेल रहे उसके भाइयों ने उसकी बल्ले से पिटाई की जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
महिला के परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है। रायबरेली के पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाईं ने कहा “2012 में महिला को पड़ोस के एक दलित युवक से प्रेम हो गया था जिसके बाद दोनों गांव छोड़कर भाग गए थे। दंपति लुधियाना में जाकर बाद गई थी। लुधियाना में छह साल बिताने के बाद दोनों पिछले साल अपने गांव वापस आ गए और पति के घर पर रहने लगे। दंपति की महिला के परिवार से कोई बातचीत नहीं होती थी।”
ममगाईं ने बताया “सोमवार की शाम, जब महिला दो महिला रिश्तेदारों के साथ एक खेत से गुजर रही थी, तो महिला को उसके चचेरे भाई, चाचा और भाई ने घेर लिया और बल्ले से मारने लगे। साथ आई महिलाओं ने उसे छुड़ाने की कोशिश की लेकिन उन्हें भी पीटा गया। जब तक पति और परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे, तब तक महिला की मौत हो चुकी थी।” महिला के परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147 (दंगा) और 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सलोन पुलिस स्टेशन के एसएचओ राम आशीष उपाध्याय ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन यह स्पष्ट है कि उसके सिर पर चोट लगने से महिला की मौत हुई थी। एसएचओ ने कहा “पिछले साल जुलाई में गांव लौटने के बाद, महिला घर से बाहर जाने से बचती थी। दलित व्यक्ति के अनुसार, उसने हाल ही में महसूस किया कि चीजें सामान्य हो रही हैं और उसने दिन के समय भी स्वतंत्र रूप से बाहर जाना शुरू कर दिया था।” एसएचओ ने आगे कहा “महिला के पति ने आरोप लगाया है कि उसे महिला के परिवार के सदस्यों द्वारा धमकी दी जा रही थी। हमें अभी तक इस बारे में निश्चित नहीं है कि वास्तव में सोमवार को क्या हुआ था। लेकिन एक बार आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद इसकी पुष्टि हो जाएगी। वे फरार हैं। हमने उन्हें दबोचने के लिए टीमें बनाई हैं।”