छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली। सुरक्षाबलों ने 25 लाख रुपये के इनामी बड़े नक्सली नेता को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने इसे वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण सफलता करार दिया। बस्तर (रेंज) के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के विशेष जोनल कमेटी के सदस्य प्रभाकर राव उर्फ बालमुरी नारायण राव को रविवार को जिले के अंतागढ़ थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।

जानें कौन है नक्सली नेता प्रभाकर राव

सुंदरराज ने बताया कि 57 वर्षीय नक्सल नेता राव लॉजिस्टिक सपोर्ट का प्रभारी और शीर्ष माओवादी पदाधिकारियों का करीबी सहयोगी था। उसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था। पिछले कुछ दिनों से कांकेर जिले की पुलिस को प्रतिबंधित माओवादी संगठन के उत्तर बस्तर सब-जोनल ब्यूरो के वरिष्ठ कैडर प्रभाकर राव की गतिविधियों के बारे में सूचना मिल रही थी। सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने रविवार को अंतागढ़ थाना क्षेत्र में प्रभाकर राव को घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया।

अधिकारी ने बताया कि प्रभाकर राव से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर बस्तर क्षेत्र के माओवादी संगठन के एक महत्वपूर्ण कैडर प्रभाकर राव की गिरफ्तारी सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता है और इससे नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।

‘हथियार छोड़ दें नक्सली’, अपील करते हुए अमित शाह बोले- नहीं तो शुरू करेंगे ऑपरेशन ऑल आउट

1984 से है सदस्य

अधिकारी ने बताया कि प्रभाकर राव 1984 में एक सदस्य के रूप में नक्सली रैंक में शामिल हुआ था। वह पिछले 40 वर्षों से संगठन के लिए काम कर रहा था। वह वर्तमान में उत्तर उप-क्षेत्रीय ब्यूरो में लॉजिस्टिक्स सप्लाई और मोबाइल पॉलिटिकल स्कूल टीम का प्रभारी था। सुंदरराज ने कहा कि प्रभाकर राव के खिलाफ छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं।

प्रभाकर राव ओडिशा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के शीर्ष माओवादी नेताओं का करीबी सहयोगी रहा है। वह केंद्रीय समिति सदस्य सचिव गणपति का चचेरा भाई है। अधिकारी ने बताया, “प्रभाकर राव के केंद्रीय समिति सदस्य (सीसीएम) सचिव बसव राजू, के रामचंद्र रेड्डी उर्फ राजू, देवजी उर्फ कुमा दादा, कोसा, सोनू, मल्लराजा रेड्डी उर्फ संग्राम जैसे वरिष्ठ माओवादी नेताओं से करीबी संबंध हैं। उनकी पत्नी, एक संभागीय समिति सदस्य राजे कांगे, रावघाट क्षेत्र समिति की प्रभारी हैं।”

अधिकारी ने बताया कि मूल रूप से तेलंगाना के बीरपुर गांव का रहने वाला प्रभाकर राव कई राज्यों में सक्रिय रहा है। उन्होंने बताया, “प्रभाकर राव आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले, छत्तीसगढ़ के उत्तरी बस्तर, कोयलीबेड़ा, मानपुर-मोहला इलाकों में सक्रिय रहा है। उसने 2005 से 2007 तक विशेष क्षेत्रीय समिति में सप्लाई टीम और शहरी नेटवर्क में काम किया।” सुंदरराज ने बताया कि छत्तीसगढ़ के उग्रवाद प्रभावित बस्तर प्रशासनिक संभाग के सात जिलों में इस साल अब तक कुल 884 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें कांकेर भी शामिल है।