बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। इधर कांठी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में बुधवार को एक अलग ही नजारा देखने को मिला। मंच पर बीजेपी का एक कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर को छूने के लिए आगे बढ़ा। तब ही प्रधानमंत्री मोदी भी पलटकर उनकी तरफ बढ़े और झुककर प्रणाम किया और उनके पैर छू लिए।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री जैसे ही लोगों का अभिवादन करने के बाद कुर्सी पर बैठे। इसी बीच गमछा डाले एक कार्यकर्ता उनकी तरफ हाथ जोड़े आया और प्रधानमंत्री के पैर छूने लगा जिसके बाद प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ता के पाव छू लिए। बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस वीडियो को पोस्ट किया गया है। ट्विटर पर लिखा गया है कि भाजपा एक ऐसा सुसंस्कृत संगठन है, जहां कार्यकर्ताओं में एक-दूसरे के प्रति समान संस्कार का भाव रहता है। पश्चिम बंगाल में चुनावी रैली के दौरान मंच पर जब एक भाजपा कार्यकर्ता पैर छूने आया, तो पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पैर छूकर कार्यकर्ता का अभिवादन किया।
भाजपा एक ऐसा सुसंस्कृत संगठन है, जहां कार्यकर्ताओं में एक-दूसरे के प्रति समान संस्कार का भाव रहता है।
पश्चिम बंगाल में चुनावी रैली के दौरान मंच पर जब एक भाजपा कार्यकर्ता पैर छूने आया, तो पीएम श्री @narendramodi ने भी पैर छूकर कार्यकर्ता का अभिवादन किया।#BanglarUnnotiteBJPChai pic.twitter.com/QDGSKNqbBb
— BJP (@BJP4India) March 24, 2021
सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तृणमूल सरकार ने बंगाल को सिर्फ अंधकार दिया है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार बंगाल को सोनार बांग्ला देगी। उन्होंने कहा कि दीदी के राज में यहां हिंसा और बम धमाकों की खबरे आती है।पूरे-पूरे घर उड़ जाते है धमाकों से और दीदी की सरकार सिर्फ देखती रहती है। इस स्थिति को हमें मिलकर बदलना होगा। बंगाल को शांति चाहिए, स्थिरता चाहिए, बम-बंदूकों और हिंसा से मुक्ति चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सभी ने ममता दीदी को 10 साल काम करने का मौका दिया। आपके बीच आकर उन्हें अपने काम का हिसाब देना चाहिए। लेकिन दीदी आपको हिसाब नहीं दे रही बल्कि हिसाब मांगने वालो को गालियां दे रही है, उन पर गुस्सा कर रही है।
ममता बनर्जी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जिस बंगाल ने पूरे भारत को वन्दे मातरम की भावना में बांधा है उस बंगाल में ममता दीदी ‘बोहिरागोतो’ की बात कर रही हैं। भाजपा की डबल इंजन की सरकार हल्दिया को नदी जलमार्गों से कनेक्ट कर रही है।पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के स्टील प्लांट्स और अन्य उद्योगों के लिए जो आयात और निर्यात होगा, उसका हल्दिया अहम सेंटर बनने वाला है।