Pune University Case: भगवान राम, माता सीता और रावण के चरित्रों को कथित रूप से आपत्तिजनक चित्रित करने को लेकर महाराष्ट्र की पुणे पुलिस ने कार्रवाई की है। आपत्तिजनक छात्र नाटक के इस संबंध में पुलिस ने सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (एसपीपीयू) के ललित कला केंद्र के प्रमुख सहित छह लोगों पर मामला दर्ज किया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की पुणे इकाई के प्रमुख वर्षीय हर्षवर्धन हरपुडे (22) ने शनिवार सुबह चतुरश्रृंगी पुलिस स्टेशन में इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई थी।
पुलिस ने जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। उनमें ललित कला केंद्र के प्रमुख डॉ. प्रवीण दत्तात्रय भोले, नाटक के लेखक भावेश पाटिल, निर्देशक जय पेधनेकर और अभिनेता प्रथमेश सावंत, हृषिकेश दलवी, यश चिखले और अन्य शामिल हैं, जिनके खिलाफ धारा 295 ए, 294, IPC की धारा 143 (गैरकानूनी सभा), 147 (दंगा), 149, 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 116, 117 (अपराध करने के लिए उकसाना) और सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
एफआईआर में बताया गया है कि हारपुडे और उसके दोस्त शुक्रवार शाम को छात्रों के नाटक देखने के लिए एसपीपीयू परिसर में ललित कला केंद्र के ओपन थिएटर में गए थे। नाटकों में से एक जिसका नाम ‘Jab We Met, था, उसमें कथित तौर पर कलाकारों द्वारा आपत्तिजनक और अपमानजनक शब्द और टिप्पणियां की गई थीं। यह भी आरोप लगाया गया कि सीता की भूमिका निभाने वाला एक अभिनेता नाटक के दौरान मंच पर धूम्रपान कर रहा था।
यह कहते हुए कि नाटक ने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है। यह आरोप लगाया गया कि जब शिकायतकर्ता और उसके दोस्तों ने आपत्ति जताई तो ललित कला केंद्र के अभिनेताओं और छात्रों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनकी पिटाई की। पुलिस ने कहा कि कुछ आरोपियों को जांच के लिए हिरासत में लिया गया है। इस बीच नाटक के कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं।
