गुजरात के केवडिया में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर भव्य परेड का आयोजन किया है, खास बात यह है कि इस परेड का नेतृत्व महिला कमांडर कर रही हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस खास मौके पर मौजदू हैं और वे देश को एकता की शपथ दिलवा रहे हैं।

पीएम मोदी ने दी सरदार पटेल को श्रद्धांजलि

इस बार सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया जा रहा है, जगह-जगह रन फॉर यूनिटी का भी आयोजन हुआ है। तमाम सरकारी स्कूलों में भी विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। वहीं केवडिया में पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरे देश को ही एकता की शपथ दिलवाई। सरदार पटेल को अपनी श्रद्धांजलि देकर पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल पूरी तरह जनसेवा के प्रति समर्पित थे, वे एकता और अखंडता का प्रतीक थे। उन्हें देश की एकता का सबसे बड़ा सूत्रधार माना जाता है।

एकता की शपथ ली गई

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं सच्ची निष्ठा से शपथ लेता हं कि राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए खुद को पूरी तरह समर्पित कर दूंगा और अपने देश के बीच भी यही संदेश फैलाने का प्रयास करूंगा। पीएम ने जोर देकर बोला कि वे यह एकता की शपथ भी उस भावना की वजह से ले रहे हैं जो सरदार पटेल की दरदर्शिता की वजह से संभव हो पाया।

पीएम ने सरदार को लेकर क्या बोला?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज करोड़ों लोगों ने एकता की शपथ ली है। हमने संकल्प लिया है कि हम ऐसे कार्यों को बढ़ावा देंगे, जो देश की एकता को मजबूती दें। यहां एकता नगर में ही एकता मॉल, एकता गार्डन, एकता के सूत्र को सशक्त करते हुए दिखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि आजादी के बाद 550 से ज्यादा रियासतों को साथ जोड़ने के असंभव कार्य को सरदार साहब ने संभव करके दिखा दिया…एक भारत-श्रेष्ठ भारत का विचार उनके लिए सर्वोपरि था।

पीएम मोदी का कांग्रेस पर निशाना

पीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बोला कि सरदार साहब ने देश की संप्रभुता को सबसे ऊपर रखा लेकिन दुर्भाग्य से सरदार साहब के निधन के बाद के वर्षों में देश की संप्रभुता को लेकर तब की सरकारों में उतनी गंभीरता नहीं रही। एक ओर कश्मीर में हुई गलतियां, दूसरी ओर पूर्वोत्तर में पैदा हुई समस्याएं और देश में जगह-जगह पनपा नक्सलवाद-माओवादी आतंक, ये देश की संप्रभुता को सीधी चुनौतियां थी लेकिन उस समय की सरकारों ने सरदार साहब की नीतियों पर चलने की जगह रीढ़विहीन रवैये को चुना। इसका परिणाम देश ने हिंसा और रक्तपात के रूप में झेला।

दूसरे राज्यों में भी मनी सरदार पटेल जयंती

जानकारी के लिए बता दें कि अब से हर साल 31 अक्टूबर को इसी तरह से सरदार पटेल की जयंती पर भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को खुद गुजरात की धरती से इसका ऐलान किया था। अब एक तरफ गुजरात में भव्य आयोजन हो रहा है तो दूसरे राज्यों में भी कार्यक्रमों का आयोजन हुआ है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता कहती हैं कि सरदार साहब एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने हमेशा भारत की एकता और अखंडता के लिए काम किया। शायद इसीलिए उन्हें लौह पुरुष कहा जाता है। आज उनकी 150वीं जयंती पर देशभर में हजारों कार्यक्रम हो रहे हैं…हम लाल किले पर कई कार्यक्रम आयोजित करने जा रहे हैं।