कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पटेल को याद करते हुए प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि पटेल राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के खिलाफ थे। भाजपा का कोई अपना स्वतंत्रता सेनानी नेता नहीं है।
दरअसल, प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा-सरदार पटेल कांग्रेस के निष्ठावान नेता थे जो कांग्रेस की विचारधारा के प्रति समर्पित थे। वह जवाहरलाल नेहरू के क़रीबी साथी थे और RSS के सख़्त ख़िलाफ थे। आज भाजपा द्वारा उन्हें अपनाने की कोशिशें करते हुए और उन्हें श्रद्धांजलि देते देख के बहुत ख़ुशी होती है, क्योंकि भाजपा के इस ऐक्शन से दो चीज़ें स्पष्ट होती हैं: 1. उनका अपना कोई स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है। तक़रीबन सभी कांग्रेस से जुड़े थे। 2. सरदार पटेल जैसे महापुरुष को एक न एक दिन उनके शत्रुओं को भी नमन करना पड़ता है।
पटेल और नेहरू की निकटता को लेकर किए गए इस ट्वीट को लेकर प्रियंका गांधी यूजर्स के निशाने पर आ गईं। यूजर्स ने नेहरू-गांधी परिवार को लेकर प्रियंका गांधी पर तंज कसा और प्रियंका गांधी को ट्रोल करने लगे। एक यूजर ने लिखा है- और फिर चचा जी ने अपने बहुत ” करीबी ” सरदार पटेल की पीठ पर छुरा घोंपकर प्रधानमंत्री की कुर्सी हथिया ली…। जबकि वोट सरदार पटेल को ज्यादा मिले थे.. इस प्रकार अपने पति के पद चिन्हों पर चलकर दीदी जी आधी कहानी डकार गईं।
एक दूसरे यूजर ने लिखा है- आप को पता ही होगा कि नेहरू के पक्ष में राष्ट्रीय अद्ध्यक्ष पद हेतु किसी भी प्रदेश कांग्रेस समिति ने (1946 में) कोई नामांकन नहीं दायर किया था। सरदार पटेल के पक्ष में बहुमत था पर उन्होंने गांधी जी के कहने पर अपना नाम नेहरू के पक्ष में वापस ले लिया। इस बात का समर्थन करते हुए एक अन्य यूजर ने लिखा है। यह सच है कि सरदार पटेल जवाहर लाल नेहरू के करीबी साथी थे इसीलिए वह उनकी पीठ पर चढ़कर जबरदस्ती प्रधानमंत्री बन गए।