इस साल के आम बजट पर कई विरोधी नेता सवाल उठा रहे हैं, जबकि सरकार और समर्थक दलों के नेता इसे जनहितकारी तथा गरीबों, किसानों और आम लोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया बजट बता रहे हैं। टेलीविजन चैनलों पर इसको लेकर काफी डिबेट चल रहा है।
रिपब्लिक टीवी के कार्यक्रम पूछता है भारत में एंकर अर्नब गोस्वामी ने बजट पर विरोधी दलों के रवैए पर सवाल उठाते हुए कहा, “ये लोग हमेशा सरकार का विरोध ही करेंगे, उसे नहीं करना चाहिए। अच्छे कार्य की प्रशंसा भी की जानी चाहिए।”
उन्होंने डिबेट में मौजूद संघ विचारक संघ विचारक अवनिजेश अवस्थी से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “अर्नब जी पिछले छह सालों में क्या इस सरकार के किसी भी एक कार्य की इन्होंने प्रशंसा की है क्या? जो लोग सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते रहे हैं, जो सेना का पुलिस का मोराल डाउन करते रहे हैं, और आज तक करते रहे हैं, वो सिर्फ मुझे लगता है बजट के साथ-साथ इस सेशन में झूठ बोलने वाले, झूठे आरोप लगाने वाले पर भी एक कानून आने चाहिए।”
कहा, “सिर्फ यह नहीं कि एक ने पीआईएल फाइल कर दी तो सुप्रीम कोर्ट में जाकर माफी मांग ले, जो लोग ट्वीट करके गलत खबर देते हैं, उन पर भी कोई न कोई कानून बनना चाहिए। यह सिर्फ झूठ, सिर्फ झूठ है।”
इस पर डिबेट में मौजूद पैनलिस्ट राहुल लाल ने कहा, “यह आप पर ही लागू होता है। यह कानून आप ही के लिए होना चाहिए। आप ही झूठ बोलते हैं। आप ही भ्रम फैलाते हैं। सरकार केवल लोगों से झूठे वादे करके चल रही है। आप करें तो सही, हम करें तो झूठ है। एग्रीकल्चर का बजट क्यों घटाया गया। सरकार ने आम लोगों को धोखे में रखकर अपनी सरकार के फायदे और चुनावी फायदे को ध्यान में रखकर बजट तैयार किया है। इस बजट से किसी को कुछ नहीं मिला। डिसइन्वेस्टमेंट करके देश को बेचा जा रहा है।”