सनातन धर्म को लेकर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि और उनका समर्थन करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे के खिलाफ यूपी के रामपुर में मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि अधिवक्ता हर्ष गुप्ता और राम सिंह लोधी ने रामपुर की सिविल लाइंस कोतवाली में मंगलवार शाम यह मुकदमा दर्ज कराया।
सूत्रों के मुताबिक, मुकदमे में उदयनिधि और प्रियंक पर धार्मिक भावनाएं भड़काने और समाज में द्वेष फैलाने का आरोप लगाया गया है। मुकदमा दर्ज करवाने वाले अधिवक्ता हर्ष गुप्ता ने कहा कि चार सितंबर को अखबारों में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करते हुए उसे खत्म किए जाने की जरूरत बताए जाने संबंधी एक समाचार प्रकाशित हुआ था। गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे ने उदयनिधि के इस बयान का समर्थन किया था, जिससे संबंधित खबर भी छपी थी।
IPC की धारा 153A, 295A के तहत FIR दर्ज
अधिवक्ता ने कहा कि इससे उसकी भावनाएं आहत हुई हैं, जिसके चलते उसने मुकदमा दर्ज कराया है। ‘सनातन धर्म’ पर टिप्पणी को लेकर उदयनिधि स्टालिन और प्रियांक खड़गे के खिलाफ IPC की धारा 153A, 295A के तहत FIR दर्ज की गई। गौरतलब है कि तमिलनाडु के युवा कल्याण एवं खेल मंत्री उदयनिधि ने दो सितंबर को चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस संक्रमण, डेंगू और मलेरिया से करते हुए इसे खत्म किए जाने की वकालत की थी।
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर यूपी के मंत्री और बीजेपी नेता अनिल राजभर ने कहा कि हमारा देश और मोदी सरकार किसी को भी सनातन धर्म को नुकसान नहीं पहुंचाने देगी। उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। हम उन लोगों का स्वागत करते हैं जिन्होंने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
ये सरकार गेम-चेंजर की जगह नेम-चेंजर बन गयी है- प्रियांक खड़गे
संविधान में ‘इंडिया’ और ‘भारत’ शब्दों पर बहस पर कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि यह सरकार यह कहकर सत्ता में आई थी कि वे गेम-चेंजर बनने जा रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य से वे नेम-चेंजर बन गए हैं। क्या हमारी किस्मत बदलने वाली है? क्या हमारी अर्थव्यवस्था में सुधार होने जा रहा है या अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा? यह सरल है- हिंदी में यह भारत है, अंग्रेजी में यह इंडिया है।