बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में शामिल रही कांग्रेस की 70 में से 19 सीटें आने पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने देश की सबसे पुरानी पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने हिंदी न्यूज18 इंडिया के एक डिबेट शो में तंज कसते हुए कहा कि हार के बाद कांग्रेस प्रवक्ताओं का संतुलन बिगड़ा हुआ है। वो पागलों की तरह हंस रहे हैं। अट्ठाहस कर रहे हैं।

बकौल पात्रा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस कह रही है कि एनडीए ने चुनाव आयोग को खरीद लिया। इवीएम मशीन में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया। हम पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को सीमांचल में चुनाव लड़वाने का आरोप लगा। ओवैसी की वजह से ही वो चुनाव हार गए।

संबित पात्रा ने कहा कि 17-18 सीटें जीतने वाली पार्टी ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा जो सबसे कम स्ट्राइक रेट है। उन्होंने कहा कि ओवैसी की पार्टी ने कांग्रेस की जीत का स्ट्राइक रेट सबसे कम कर दिया। वो पार्टी जो किसी जमाने में देश की नंबर वन पार्टी थी। अब पार्टी के व्यवहार से सवाल उठता है कि ये भारत के ऊपर शासन करने योग्य भी हैं या नहीं।

पात्रा ने आरोप लगाया कि ओवैसी की पार्टी नौ सालों तक यूपीए सरकार में गठबंधन में थी। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आज ये (कांग्रेस और टीएमसी जैसे दल) ना हिंदू रहे और ना मुसलमान रहे। बीच के बनकर रह गए हैं।

उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार के बाद चर्चा है कि AIMIM के चुनावी मैदान में उतरने से तेजस्वी यादव सीएम नहीं बन पाए। चुनावी परिणाम के बाद आरोप लग रहे हैं कि AIMIM ने भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए चुनाव लड़ा और कांग्रेस व आरजेडी को नुकसान पहुंचाया।

एक डिबेट शो में कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि भाजपा और ओवैसी भाई-भाई हैं। भाजपा उनके हेलीकॉप्टर में तेल डलवा देती है और एक लिस्ट थमा दी जाती है। असदुद्दीन ओवैसी वहां चुनाव लड़ने चले जाते हैं।