महाराष्ट्र के अमरावती में पुलिस ने कथित तौर पर महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में हिंदू कार्यकर्ता संभाजी भिडे के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अमरावती शहर के पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने द संडे एक्सप्रेस को यह जानकारी दी है। दरअसल संभाजी भिडे ने महात्मा गांधी की वंशावली पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद पुलिस ने यह एक्शन लिया है। यह मामला कांग्रेस ने विधानसभा में उठाया था और कार्रवाई की मांग की थी।

पुलिस ने क्या जानकारी दी है?

पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने कहा कि संभाजी भिडे पर धारा 153ए और 505-2 के तहत अमरावती के राजापेठ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि हमारे पास जिस कार्यक्रम में यह बयान दिया गया उसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग हैं और हम भाषण विश्लेषण कर रहे हैं। जांच जारी है और सभी कार्रवाई कानून के अनुसार की जाएगी। भिडे ने गुरुवार को अपने विदर्भ दौरे के दौरान अमरावती के बडनेरा रोड इलाके में भारत मंगल हॉल में एक सभा को संबोधित करते हुए कथित टिप्पणी की थी। कांग्रेस ने श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान संगठन के संस्थापक संभाजी भिड़े पर गुरुवार को अमरावती जिले में एक कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण में राष्ट्रपिता के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था।

कांग्रेस के राज्य सचिव नंदकिशोर कुयाते ने राजापेठ पुलिस स्टेशन में भिडे के खिलाफ शिकायत दर्ज की और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। शुक्रवार को महाराष्ट्र कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता बालासाहेब थोराट ने भी भिडे की टिप्पणियों को शर्मनाक बताते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।

कौन है संभाजी भिडे

संभाजी भिडे महाराष्ट्र के एक दक्षिणपंथी कार्यकर्ता हैं, जो अक्सर अपने भाषणों और बयानों के कारण विवादों में रहते हैं। संभाजी आरएसएस के बड़े कार्यकर्ता बाबाराव भिडे के भतीजे हैं, संभाजी खुद भी आरएसएस से जुड़े थे, लेकिन बाद में विवाद होने पर उन्होंने 1980 के दशक में अपना खुद का हिंदू दक्षिणपंथी संगठन श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्तान बनाया।

सांगली में रहने वाले उनके अनुयायी न केवल राज्य बल्कि देश के अन्य हिस्सों में लाखों की संख्या में हैं। संभाजी ने 1984 में श्रीशिव प्रतिष्ठान की स्थापना की जिसकी वेबसाइट पर बताया गया है कि उनका ‘लक्ष्य हिंदुओं को शिवाजी और संभाजी के ब्लड ग्रुप का बनाना है।’