बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ समाजवादी पार्टी पर जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख के चुनाव गुंडागर्दी के बूते जीतने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि सत्ताधारी दल को इससे संतुष्टि भले ही मिली हो लेकिन आम जनता की नजर में उसकी छवि और ज्यादा खराब हुई है।

मायावती ने प्रदेश में बसपा की सभी इकाइयों के वरिष्ठ पदाधिकारियों और प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा कि जनता की ओर से चुने गए जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव में बसपा अव्वल रही थी। लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुखों के अप्रत्यक्ष चुनाव से सपा ने सरकारी मशीनरी और आपराधिक तत्त्वों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया।

उन्होंने कहा- ऐसा कर सपा ने कुछ संतुष्टि जरूर हासिल कर ली होगी लेकिन इससे सपा और उसकी सरकार की छवि और भी ज्यादा खराब हुई है। लोगों की निगाह में सपा नेतृत्व का ग्राफ और गिरा है।

बसपा प्रमुख ने कहा कि अगले महीने स्थानीय निकाय क्षेत्र से विधान परिषद की 36 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए सपा के घोषित उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि से भी इस पार्टी की जातिवादी, आपराधिक और पारिवारिक पार्टी होने की छवि को बल मिलता है। उन्होंने कहा- इन हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि सपा सरकार के बाकी बचे दिनों में प्रदेश की जनता को और भी ज्यादा बुरे दिन देखने पडेंगे।

मायावती ने कहा कि इन विपरीत व कठिन हालात के बावजूद बसपा के लोगों को हर स्तर पर पीड़ित लोगों की यथासंभव मदद पहले की तरह जारी रखनी होगी ताकि पीड़ित लोगों की उम्मीदों पर बसपा विपक्ष में रहते हुए भी खरी उतर सके।

बैठक में मायावती ने पार्टी संगठन की तैयारियों, शेष बची कमेटियों के गठन, सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ावा देने संंबंधी मिशनरी कार्य के साथ प्रदेश की ताजा राजनीतिक स्थिति की गहन समीक्षा भी की।