उत्तर प्रदेश के औरैया जिले समाजवादी पार्टी (एसपी) के एमएलसी कमलेश पाठक और उनके दो भाइयों को 37 वर्षीय एक वकील और उनकी बहन (24) की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई रविवार (15 मार्च, 2020) को अमल में लाई गई। जिले के महावीरगंज क्षेत्र में एक मंदिर कैसे चलाया जाए, इस पर चर्चा के लिए एक पंचायत की बैठक के दौरान दोपहर के वक्त यह घटना घटी। वकील का परिवार मंदिर का प्रभारी है, जिसके पुजारी की बीते शनिवार को मृत्यु हो गई। दरअसल बैठक के दौरान एमएलसी और वकील के पिता के बीच बहस छिड़ जाने के बाद गोलीबारी हो गई। इसमें वकील मंजुल चौबे चौबे और उनकी बहन सुधा चौबे घायल हो गए। दोनों को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
कानपुर जोन के एडीजी जय नारायण सिंह ने बताया कि पाठक और उनके दो भाइयों संतोष पाठक और रामू पाठक सहित छह लोगों को पकड़ा गया था। पूछने पर जब घटनास्थल पर गोली चली तब क्या कोई पुलिसकर्मी वहां मौजूद था। सिंह ने कहा कि पुलिस विभाग के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी। हालांकि सर्किल ऑफिसर (सिटी) सुरेंद्रनाथ यादव ने कहा कि दोपहर बाद पुलिस को घटना की जानकारी मिली थी। घटनास्थल पर जब पुलिस पहुंची वहां दोनों को गोली लगी हुई थी।
यादव ने आगे कहा, ‘शुरुआती जांच के दौरान यह बात सामने आई कि कमलेश पाठक ने मंदिर के पुजारी की स्वाभाविक मृत्यु के एक दिन बाद पंचायत बुलाई थी। मंजुल के पिता शिव कुमार चौबे भी पंचायत में मौजूद थे। इस दौरान शिव कुमार चौबे और कमलेश पाठक के बीच तीखी बहस हुई। कुछ देर बाद दोनों पक्षों में हाथापाई हुई। घटना की जानकारी मिलने के बाद मंजुल चौबे एक कार में बैठकर मंदिर में पहुंचे।’
इस बीच एमएलसी के सहयोगियों ने फायरिंग कर दी, जिसमें मंजुल चौबे और उनकी बहन बुरी तरह घायल हो गए। दोनों को हॉस्पिल छोड़ने बाद पुलिस ने पाठक और उनके भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पुलिस ने मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी है।