साल 2022 में उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव होने को हैं। विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां इसकी तैयारी में जुट गई है। शनिवार को उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का चुनावी गाना “काम होगा” लांच किया। लांच के दौरान अखिलेश यादव अपना मोबाइल चलाने लगे जिसकी वजह से वह गाने की कुछ पंक्ति नहीं सुन पाए। बाद में उन्होंने दोबारा से गाना चलाने के लिए कहा।

समाजवादी पार्टी ने इस गाने के माध्यम से योगी सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल को फेल बताया है और कहा है कि 2022 में उनकी सरकार आने के बाद राज्य में काम होगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में इस गाने को लांच किया गया। लांच के दौरान अखिलेश यादव अपना मोबाइल चलाने लगे और गाने को पूरा सुन नहीं पाए। जिसके बाद उन्होंने अपनी गलती कबूलते हुए दोबारा से गाना चलाने के लिए कहा।

अखिलेश यादव ने “काम होगा” के गायक को बधाई देते हुए कहा कि मैं गाने की एक लाइन सुन नहीं पाया। अब बाद में दोबारा से वो लाइन सुननी पड़ेगी। मैं उस समय मोबाइल देख रहा था. इसलिए वो गाना दोबारा से लगाइए। इस वजह से प्रेस कांफ्रेंस में हुई देरी के लिए उन्होंने मीडियाकर्मियों से माफ़ी भी मांगी।

शनिवार को “काम होगा” गाने की लांचिंग के अलावा दूसरे पार्टियों से आए कई वरिष्ठ नेता भी अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। महामंडलेश्वर सत्यानंद महाराज ने भी सपा की सदस्यता ली। इसके अलावा पूर्व राज्यसभा सांसद राजपाल सैनी और भोजपुरी अभिनेत्री काजल निषाद ने भी सपा का दामन थामा। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि सपा यूपी चुनाव में 400 सीटें जीतने की तैयारी कर रही है। लोगों में भाजपा के प्रति भारी गुस्सा है इसलिए भाजपा की हार निश्चित है।

इसके अलावा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन और किसानों का मुद्दा भी उठाया। अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे ज्यादा संकट में हमारा किसान है। हमारे देश का किसान विकास के खिलाफ नहीं है, बड़े से बड़े प्रोजेक्ट के लिए किसानों ने अपनी कीमती जमीन दी। लेकिन आज किसान भाजपा के सामने लगातार आंदोलन कर रहे हैं। जब कभी समाजवादियों को मौका मिलेगा तो किसानों के साथ न्याय होगा।