संसद में बजट सत्र के दौरान चर्चा चल रही थी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने भी लोकसभा में अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने संसद में पारले जी बिस्कुट का जिक्र कर दिया। अखिलेश यादव की बात सुनकर सदन में लोग हंसने लगे।
अखिलेश यादव ने संसद में कहा कि मोदी सरकार ने पारले जी बिस्कुट से एक चीज सीखी है कि सबकुछ छोटा कर दिया जाए। अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 साल में खाद की बोरी को छोटा कर दिया। उन्होंने कहा कि जैसे पारले जी बिस्कुट का पैकेट लगातार छोटा हो रहा है, वैसे ही खाद की बोरी को छोटा कर दिया। उन्होंने कहा कि मेरी गुजारिश है कि अब इसे और ज्यादा छोटा मत करना कि पारले जी की तरह आधा हो जाए।
अखिलेश यादव ने किसानों की समस्या का जिक्र करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आज जब किसान डीएपी खाद लेने जाते हैं तो कहा जाता है बिना नैनो यूरिया के नहीं मिलेगा। नैनो यूरिया से किसानों को क्या लाभ हुआ है? हर चीज को छोटी कर देने से लोगों को क्या भला हो रहा है? पारले बिस्किट भी पहले से कितना छोटा हो चुका है।”
अखिलेश यादव ने पारले जी बिस्कुट का जिक्र इसलिए किया, क्योंकि इसकी शुरुआत 1994 में हुई थी। जब इसकी शुरुआत हुई थी तब इसकी कीमत 4 रुपये थी लेकिन आज यह 5 रुपये का बिकता है।
कंपनी ने तो पिछले 30 सालों में केवल 1 रुपये दाम बढ़ाया लेकिन इसका वजन लगातार घटता चला गया। आज के समय में पारले-जी बिस्कुट का वजन 100 ग्राम से 45 ग्राम हो चुका है। इससे साफ है कि कंपनी ने पैसा तो नहीं बढ़ाया लेकिन वजन आधे से भी कम कर दिया। इसी कारण अखिलेश यादव ने पारले जी बिस्कुट का जिक्र किया है।
इसके अलावा अखिलेश यादव ने मोदी सरकार को पेपर लीक और अग्निवीर योजना के मुद्दों पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना से फौज कमजोर हो रही है और पेपर लीक से युवाओं का भविष्य अंधकार में जा रहा है।