भाजपा के विवादास्पद सांसद साक्षी महाराज ने शनिवार को जम्मू कश्मीर में एक निर्दलीय विधायक शेख अब्दुल राशिद को जम्मू कश्मीर विधानसभा में पीटने के अपने पार्टी सहयोगियों के समर्थन में सामने आते हुए कहा कि राशिद के कदम पर यह ‘‘स्वाभिवक प्रतिक्रिया’’ है।

उन्होंने यहां अंतरराष्ट्रीय हिन्दू महासंघ द्वारा आयोजित एक बैठक में कहा, ‘‘नेताओं को अपनी सोच बदलनी होगी अन्यथा वे जनता के सामने लोगों के हाथों पिटने लगेंगे।’’

उत्तर प्रदेश के उन्नाव संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद ने कहा कि राजनीतिक नेताओं या किसी को भी जनता की धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर के निर्दलीय विधायक पर हुआ हमला महज एक प्रतिक्रिया थी। उनके कदम..जनता आहत हुई और उनकी पिटाई हो गयी।’’

हाल में भाजपा के विधायकों ने जम्मू कश्मीर विधानसभा में राशिद पर हमला किया था। इससे एक दिन पहले राशिद ने कथित रूप से गोमांस पार्टी की मेजबानी की थी।

गौ संरक्षण की जोरदार वकालत करते हुए साक्षी महाराज ने कहा कि एक ऐसा कड़ा कानून होना चाहिए ताकि गोवध के जिम्मेदार लोगों को फांसी पर चढ़ाया जा सके।

उन्होंने ‘‘मुस्लिमों को गोमांस खाना छोड़ देना चाहिए’’ संबंधी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के बयान का समर्थन किया तथा कहा कि इस प्रकार की टिप्पणी करने में कुछ भी गलत नहीं है।

राम मंदिर मुद्दे पर भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि केन्द्र में नरेन्द्र मोदी नीत राजग सरकार के रहने के दौरान मंदिर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘आज या कल न हो पर श्रीराम का मंदिर निश्चित तौर पर मोदी सरकार के दौरान बनेगा। हमने सरकार में रहते एक वर्ष पूरा कर लिया है, चार साल अभी बाकी हैं।’’

भाजपा सांसद ने आरएसएस के कामकाज का समर्थन किया और दावा कि इसका एकमात्र एजेंडा समृद्ध भारत का निर्माण है। उन्होंने नवीन पटनायक नीत ओड़िशा सरकार को राज्य में धर्म परिवर्तन के बढ़ते मामलों को लेकर आगाह किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते। किन्तु यदि ओड़िशा सरकार ने इसे नहीं रोका, हमें हस्तक्षेप करना पड़ेगा।’’ उन्होंने मांग की कि राज्य में मंदिरों एवं मठों का संरक्षण होना चाहिए।